चाहे जितने मुख्यमंत्री बदल ले भाजपा विस चुनाव नहीं जीत सकती: भाकुनी

जनमंच टुडे/ हल्द्वानी।
उत्तराखंड किसान कांग्रेस के प्रदेश महामंत्री वरुण प्रताप सिंह भाकुनी ने प्रदेश के ताजा राजनैतिक घटनाक्रम को ‘मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत की साढ़े तीन महीने की तीर्थ यात्रा’ की संज्ञा देते हुए कहा कि जनादेश की मदद से दिल्ली गए तीरथसिंह रावत देवभूमि में ‘साढ़े तीन महीने की तीर्थयात्रा के लिए आये थे। यात्रा पूरी करके अब वह वापस दिल्ली लौट रहे हैं। इस घटनाक्रम से भाजपा का असली चाल, चरित्र और चेहरा सामने आ गया है। भाजपा कहती कुछ है और करती कुछ और है। सवा 4 साल के कार्यकाल में भारतीय जनता पार्टी द्वारा 2 मुख्यमंत्री बदल दिए गए लेकिन आम जनता के हित में डबल इंजन की सरकार कुछ ना कर सकी। यह स्थिति तब है जब भाजपा के पास प्रचंड बहुमत है। प्रचण्ड बहुमत होने के बावजूद देश में बांटने वाली साम्प्रदायिक राजनीति करने की विशेषज्ञ भाजपा ना तो कोई विकास कार्य कर पाई और ना ही जनता में कोई विजन दे पाई। सरकार केवल भ्रष्टाचार और अपने अपने लोगों को रेवड़ी बांटने के काम में ही जुटी रही। हरिद्वार में कोविड-19 के वैक्सीनेशन में जो महा घोटाला सामने आया उसकी ईमानदारी से जांच की जाए तो उसमें पूर्व मुख्यमंत्री तथा कई वरिष्ठ अधिकारी जांच के दायरे में आ जाएंगे और करोड़ों रुपए का भ्रष्टाचार प्रमाणित हो जाएगा ।जो भी आधे-अधूरे विकास कार्य हो रहे हैं वह भी केवल गढ़वाल मंडल में हो रहे हैं। सरकार में कुमाऊं मंडल की घोर उपेक्षा की गई है। भाजपा को हल्द्वानी में नेता विपक्ष एवं प्रदेश की लोकप्रिय नेता स्वर्गीय डाक्टर इंदिरा हृदयेश की मृत्यु से उत्पन्न सहानुभूति उनके पुत्र को मिलने और गंगोत्री विधानसभा क्षेत्र में देवस्थानम बोर्ड का विरोध कर रहे पुरोहितों के कारण अपनी पराजय साफ दिख रही थी, जिस कारण विधानसभा चुनाव से पहले तीसरा मुख्यमंत्री प्रदेश को थोपा जा रहा है। वरुण भाकुनी ने कहां के 2022 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पूर्ण बहुमत से उत्तराखंड में सरकार बनाने जा रही है जिसका पूर्व आभास भाजपा को हो चुका है। अब हताशा में भाजपा अपनी पराजय को केवल सम्मानजनक स्थिति में लाने की कोशिशों में लगी है, लेकिन सरकार में रहकर किये गए कामों के कारण इसमें भी उसे सफलता नहीं मिलने वाली है।
- वरिष्ठ पत्रकार सलीम मलिक।