ऐरी के हाथों में उक्रांद की कमान

जनमंच टुडे/ देहरादून।
पूर्व विधायक एवं उक्रांद के वरिष्ठ नेता काशी सिंह ऐरी को उक्रांद का अध्यक्ष चुना गया। इस दौरान उन पर भरोसा जताने के लिए उन्होंने कार्यकर्ताओं का आभार जताया। उन्होंने सभी कार्यकर्ताओं से एक जुट होकर दल की मजबूती के लिए कार्य करने की अपील की। उन्होंने कहा कि दल ने अब तक जो भी गलतियां की है।उनसे सबक लिया जाएगा आवर उन्हें दोहराया नही जाएगा। उत्तराखंड क्रांति दल (यूकेडी) की कमान एक बार फिर वरिष्ठ नेता काशी सिंह ऐरी के हाथ में आ गई है। शनिवार को देहरादून के एक वेडिंग प्वाइंट में शुरू हुए दल के दो दिवसीय अधिवेशन में ऐरी को सर्वसम्मति से यूकेडी का नया केंद्रीय अध्यक्ष चुना गया है। निर्वाचन अधिकारी इंद्र सिंह मनराल व सह निर्वाचन अधिकारी विजय बौड़ाई ने उनके नाम का एलान किया है। इससे पहले दल के संरक्षक बीडी रतूड़ी ने केंद्रीय अध्यक्ष के लिए काशी सिंह ऐरी के नाम का प्रस्ताव रखा जिसका अनुमोदन निवर्तमान केंद्रीय अध्यक्ष दिवाकर भट्ट, त्रिवेन्द्र सिंह पंवार, डा. नारायण सिंह जंतवाल, पुष्पेश त्रिपाठी, एपी जुयाल, हरीश पाठक, चंद्रशेखर कापड़ी व सुरेन्द्र कुकरेती ने किया। इसके बाद उन्हें सर्वसम्मति से दल के केंद्रीय अध्यक्ष चुना गया है। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि जो गलतियां अब तक हुई हैं उन्हें दोहराया नहीं जाएगा। दल के प्रति सभी की जबावदेही तय होगी। पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं का आकलन उनके संगठन की मजबूती के लिए उनके द्वारा किए कार्यों के अनुसार किया जाएगा। इस मौके पर आगामी विस चुनाव से पहले दल को गांव स्तर तक मजबूत करने पर सभी ने जोर दिया। दूसरे सत्र में 18 राजनीतिक प्रस्ताव पारित किए गए। जिसमें गैरसैंण को राज्य की स्थाई राजधानी घोषित करना, मूल निवास को वर्ष 1950 से लागू करना, राज्य के मूल निवासियों को नौकरी में 7 फीसद आरक्षण का लाभ देना, राज्य आंदोलनकारियों को सरकारी नौकरियों में दस प्रतिशत क्षैतिज आरक्षण का लाभ देना, सख्त भू—कानून लागू करना, पर्यटन व तीर्थाटन को उद्योग का दर्जा देना, समूह ग की भर्ती लोक सेवा आयोग की परिधि से बाहर करना, पुलिस कर्मियों का ग्रेड वेतन बढ़ाना आदि शामिल रहे।