उपेक्षा से आहत ग्रामीण सड़कों पर उतरे

जनमंच टुडे/ऊखीमठ।

सरकारों की उपेक्षा से आहत रुद्रप्रयाग जिले के तल्लानागपुर क्षेत्र के हजारों की संख्या में आये युवा, वृद्ध एवं महिलाओं ने ढोल नगाड़ों के साथ जोरदार प्रदर्शन कर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। उपेक्षा और विकास के नाम से कोरी घोषणा करने से आक्रोशित तल्लानागपुर के क्षेत्र के लोगों का आक्रोश गुरुवार को सड़कों पर फूट पड़ा। हजारों की संख्या में आये ग्रामीणों ने चोपता बाजार में विशाल प्रदर्शन कर सत्ताधारी सरकार के विरुद्ध जोरदार नारेबाजी की । आक्रोशित जनता ने  ऐलान किया कि अब क्षेत्र की उपेक्षा को बर्दाश्त नहीं किया जायेगा।


पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत तल्लानागपुर विकास संघर्ष समिति के आहवान पर तल्लानागपुर क्षेत्र के करीब 48 से अधिक गांवों के लोग चोपता मुख्य बाजार में एकत्र हुए और डाकघर से कौल्लू बैण्ड होते हुए पुनः मुख्य बाजार  पहुंचे और प्रदेश सरकार के विरुद्ध प्रदर्शन किया। इस मौके पर हुई सभा को सम्बोधित करते हुए वक्ताओं ने क्षेत्र की उपेक्षा के लिए सत्ताधारी भाजपा को जिम्मेदार ठहराया। आक्रोशित जनता ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्रियों द्वारा तल्लानागपुर क्षेत्र में एएनएम ट्रेनिंग सेंटर की स्थापना, तहसील खोलने, क्षेत्रान्तर्गत महाविद्यालय की स्थापना, तल्लानागपुर पेयजल योजना फेज टू के निर्माण एवं पृथक तल्लानागपुर विकासखण्ड की घोषणा की गई थी, मगर इन पर कोई सकारात्मक कार्यवाही नहीं की गई।

आखिरकार  कोरी घोषणाओं से आहत होकर जनता को  सड़कों पर उतरना पड़ा। इस दौरान सर्व सम्मति से प्रस्ताव भी पारित किये गये। जिसमें कहा गया कि पूर्व विधायक शैलारानी रावत के नेतृत्व में क्षेत्र की समस्याओं के समाधान के लिए तल्लानागपुर संघर्ष समिति के पदेन सदस्यों के साथ क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों का शिष्टमंडल विधानसभा सत्र के दौरान देहरादून में मुख्यमंत्री से मुलाकात करेगा। इस अवसर पर कहा गया कि विकास की चिंगारी को बुझने नहीं दिया जायेगा और क्षेत्र के समस्याओं के समाधान को लेकर द्वितीय चरण में 25 अगस्त से चोपता में क्रमिक अनशन धरना व चक्काजाम किया जायेगा। इसके बाद भी सरकार नहीं चेती तो एक सितम्बर से तृतीय चरण में चोपता में क्षेत्रीय जनता द्वारा आमरण अनशन कार्यक्रम शुरू किया जायेगा, जिसकी सम्पूर्ण जिम्मदारी शासन-प्रशासन की होगी।

एकमत से कहा गया कि इस जनांदोलन को राजनीति से दूर रखा जायेगा। राजनैतिक पार्टियों की ओर से आंदोलन में व्यवधान उत्पन्न किया गया तो क्षेत्रीय जनता राजनैतिक पार्टियों का विरोध करेगी और आगामी चुनाव का बहिष्कार करने को मजबूर होगी। इस दौरान पूर्व विधायक शैलारानी रावत आंदोलन को समर्थन देने पहुंची, जिस पर कुछ जनप्रतिनिधियों ने नाराजगी व्यक्त की। इस मौके पर सघर्ष समिति अध्यक्ष पूर्ण सिंह नेगी, जिला पंचायत सदस्य सुनीता बर्त्वाल, तल्ला नागपुर महोत्सव समिति अध्यक्ष प्रताप सिंह मेवाल, पूर्व जिला पंचायत सदस्य गोकुल लाल टमटा, लक्ष्मण बर्त्वाल, महेन्द्र नेगी, दीप राणा, दीपक भण्डारी, बृजमोहन नेगी, अरविन्द नेगी, जीतराज, बसन्ती नेगी, आरती , योगम्बर कुनियाल,पंचम सिंह नेगी, मीना देवी, अंजना देवी, रोशनी देवी, यशवन्त सिंह नेगी, लक्ष्मी नेगी, अर्जुन सिंह नेगी, सरिता देवी, दीपक भण्डारी, गुडडू लाल, यशपाल सिंह रावत, नीरज नेगी, शूरवीर खत्री सहित विभिन्न गांवों के जनप्रतिनिधि, सघर्ष समिति के पदाधिकारी, सदस्य व ग्रामीण मौजूद थे।

लक्ष्मण सिंह नेगी, वरिष्ठ पत्रकार ऊखीमठ।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *