सीमाएं सील तो कैसे गाँव पहुँच रहे लोग
देहरादून । कोरोना संक्रमण के चलते रेड जोन से लोगों के टिहरी ग्रीन जोन में पहुंचने से प्रशासन की कार्यप्रणाली सवालों के घेरे में है। लॉकडाउन और सीमाएं सील होने के बावजूद टिहरी जिले के कई गांवों में लोग पहुंच रहे हैं। वहीं, टीएचडीसी के 26 अधिकारी और कर्मचारी बीतें दो दिनों में टिहरी पहुंचे हैं। हालांकि, जानकारी होने के बाद इन्हें होम क्वारेंटीन तो किया जा रहा है। लेकिन इसके बावजूद भी पुलिस और प्रशासन की कार्यप्रणाली सवालों के घेरे में है।
पिछले दो सप्ताह के दौरान चंबा और उसके आसपास के गांवों में करीब एक दर्जन से अधिक युवक यूपी, बिहार, पंजाब और दिल्ली से पैदल ही पहुंच गए। इससे गांव में रह रहे अन्य लोगों में दहशत का माहौल है। गांव वालों की सूचना पर पहुंची स्वास्थ्य विभाग और प्रशासन की टीम द्वारा उनका हैल्थ चैकअप किया गया और उन्हें होम क्वारेंटीन किया गया है। वहीं, 19 अप्रैल को टीएचडीसी के 7 अधिकारी कर्मचारी देहरादून ऋषिकेश से टिहरी पहुंचे थे जिसकी सूचना के बाद प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा उन्हें बी पुरम में होम क्वारेंटीन कर दिया गया। लॉकडाउन का उल्लंघन करने पर मुकदमा दर्ज किया गया। वहीं, 20 अप्रैल को टीएचडीसी के 19 अधिकारी और कर्मचारी देहरादून और ऋषिकेश से टिहरी पहुंचे थे, जिन्हें होम क्वारन्टीन कर दिया गया है। लेकिन जब सीमाएं सील है और रेड जोन में आने-जाने की अनुमति नहीं है, इसके बावजूद टीएचडीसी के अधिकारी और कर्मचारियों के ग्रीन जोन में पहुंचने पर प्रशासन की कार्यप्रणाली सवालों के घेरे में है। वहीं, मामले में एसडीएम टिहरी फिंचाराम चैहान का कहना है कि जिले की सीमाएं सील कर दी गई हैं, लेकिन इसके बावजूद जंगलों और अन्य रास्तों से बाहर के लोग गांवों में पहुंच रहे हैं जिन्हें सूचना के बाद होम क्वारेंटाइन किया जा रहा है। टीएचडीसी के जिन अधिकारी और कर्मचारियों के पास ई पास थे उन्हें भी रेड जोन से ग्रीन जोन में आने पर होम क्वारेंटाइन किया गया है। जिनके पास ई पास नहीं थे ऐसे 7 लोगों पर लॉकडाउन के उल्लंघन का मुकदमा दर्ज किया गया है।