पहली बार वाहन से धाम को चली विग्रह पंचमुखी उत्सव डोली

देहरादून। रविवार को केदारनाथ की चल विग्रह पंचमुखी उत्सव डोली पहली बार वाहन से धाम के लिए चली। बाबा की डोली भक्तजनों के बजाए वाहन से शीतकालीन गद्दी स्थल ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ से केदारधाम के लिए रवाना हुई। रविवार को श्री केदारनाथ भगवान की पंचमुखी डोली उखीमठ से बहुत कम संख्या में तीर्थ पुरोहितों, प्रशासन एवं देवस्थानम बोर्ड के कर्मियों के साथ केदारनाथ धाम के लिए प्रस्थान की। कोरोना महामारी के संक्रमण को देखते हुए सादगी पूर्ण ढंग से शारीरिक दूरी का पालन करते हुए सड़क मार्ग से डोली रविवार को गौरीकुंड पहुंचेगी। 27 अप्रैल को डोली लिंचोली पहुँचेगी।डोली द्वितीय रात्रि प्रवास भीमबली व 28 अप्रैल को केदारनाथ में रात्रि प्रवास होगा। 29 अप्रैल को सुबह 6 बजकर 10 मिनट पर मेष लग्न में वैदिक मंत्रोंचार के साथ बाबा केदारनाथ मंदिर के कपाट के खोले जाएंगे। जबकि श्री बदरीनाथ धाम के कपाट 15 मई प्रात: 4 बजकर 30 मिनट पर खुलेंगे। पर्यटन सचिव दिलीप जावलकर के अनुसार उत्तराखंड चारधाम के कपाट खुलने के पश्चात परिस्थितियों का आकंलन कर के
उच्च स्तर से प्राप्त निर्देशों के अनुसार यात्रा चल सकेगी।