वादे से मुकरा जल विद्युत निगम , धरने पर बैठे चुन्नी के ग्रामीण

  • लक्ष्मण सिंह नेगी।

          जमंच टुडे/ ऊखीमठ।

मदमहेश्वर घाटी में 15 मेगावाट मधु गंगा  जल  विद्युत निगम परियोजना का निर्माण कार्य कर रहे उत्तराखण्ड जल  विद्युत निगम के खिलाफ चुन्नी गाँव के ग्रामीणों ने  वादा खिलाफी का आरोप लगाया है और एक सूत्रीय मांग को लेकर क्रमिक अनशन शुरू कर दिया है। ग्रामीणों ने कहा कि यदि 11 अप्रैल तक उनकी एक सूत्रीय मांग पर अमल न हुआ तो 12 अप्रैल से क्रमिक अनशन, आमरण अनशन में तब्दील किया जाएगा। ग्रामीणों के क्रमिक अनशन के पहले दिन जनप्रतिनिधियों व विभिन्न सामाजिक संगठनों ने अपना समर्थन दिया। शनिवार को पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत चुन्नी गाँव के कई दर्जनों ग्रामीण मधु गंगा जल विधुत परियोजना के फोरवे टैंक के निकट पहुंचे और अनिश्चित कालीन क्रमिक अनशन पर बैठ गए। इस दौरान ग्रामीणों ने परियोजना निर्माण कार्य करा रही उत्तराखण्ड जल विद्युत निगम के खिलाफ नारेबाजी की। प्रदर्शनकारियों को सम्बोधित करते हुए नगर पंचायत अध्यक्ष विजय राणा ने कहा कि 15 मेगावाट मधु गंगा जल विद्युत का निर्माण कार्य शुरू होने से पूर्व उत्तराखण्ड जल विद्युत निगम के अधिकारियों ने चुन्नी गाँव के ग्रामीणों के साथ जो वादा किया था उसे पूरा  नहीं किया।

वादा पूरा होने पर ही आन्दोलन समाप्त किया जायेगा। उन्होंने कहा कि मधु गंगा परियोजना का निर्माण कार्य युद्ध स्तर पर जारी है  उत्तराखण्ड जल विधुत निगम के अधिकारियों द्वारा ग्रामीणों के साथ जो वादाखिलाफी की जा रही है जिसे  बर्दाश्त नहीं किया जायेगा। राजकुमार तिवारी ने कहा कि मधु गंगा जल विधुत परियोजना का निर्माण कार्य शुरू होने से पूर्व उत्तराखण्ड जल विद्युत निगम के अधिकारियों ने ग्रामीणों को फोरवे टैंक से दो इंच सिंचाई पेयजल लाइन देने का वादा किया था, लेकिन अधिकारी अब फोरवे टैंक से दो इंच सिंचाई पेयजल लाइन देने से मुकर रहे हैं जो कि ग्रामीणों ने साथ धोखा है। पूर्व क्षेत्र पंचायत सदस्य विनोद रावत ने कहा कि पूर्व में उत्तराखण्ड जल विद्युत निगम के अधिकारी ग्रामीणों से वादा करते रहे, मगर जल विद्युत निगम के अधिकारियों के स्थानांतरण के बाद ग्रामीणों को दिया गया आश्वासन फाइलों में कैद हो गया है। पूर्व प्रधान अंजना रावत ने कहा कि उत्तराखण्ड जल विद्युत निगम के अधिकारियों द्वारा चुन्नी गाँव के ग्रामीणों को जो आश्वासन दिया था उसे पूरा होने के बाद ही आन्दोलन समाप्त होगा । कर्मवीर बर्त्वाल ने कहा कि क्षेत्र के विकास में ग्रामीण किसी प्रकार के बाधक नहीं है, लेकिन उत्तराखण्ड जल विद्युत निगम द्वारा ग्रामीणों को दिया गया आश्वासन पूरा होना चाहिए, तभी निगम और ग्रामीणों के मध्य सामंजस्य बना रहेगा। इस मौके पर रामेश्वर प्रसाद तिवारी, रणवीर पुष्वाण, नरेन्द्र रावत, शिव प्रसाद तिवारी, इन्द्र सिंह बर्त्वाल, रमेश चंद्र तिवारी, अजय शुक्ला, दर्शनीय देवी, सुनीता देवी, विजया देवी, अमित पुष्वाण, गोविन्द शुक्ला, सोहन लाल, राजेश चन्द्र, प्रकाश शुक्ला, प्रदीप शुक्ला, प्रेम सिंह रावत, राकेश शुक्ला, मनोज तिवारी, संजय तिवारी , धर्मेन्द्र तिवारी,अमित पुष्वाण, दीपक तिवारी,आलोक सहित कई दर्जनों ग्रामीण मौजूद थे।

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