जब ट्रेन के पायदान चढ़ते ही खिल उठे चेहरे
देहरादून । देशभर में लॉकडाउन का चैथा चरण लागू कर दिया है। ऐसे में लगतार देश के अलग-अलग हिस्सों से प्रवासी बड़ी संख्या में अपने घरों की ओर रुख कर रहे हैं। प्रवासियों की वापसी के लिए राज्य सरकारों ने विशेष ट्रेनों की व्यवस्था की है। इसी कड़ी में आज र देहरादून से मणिपुर और बिहार के लिए विशेष श्रमिक ट्रेनें चलाई गई।
सुबह 9 बजे राजधानी से सबसे पहले मणिपुर के लिए रवाना की गई। तकरीबन 2 महीने बाद देहरादून से पहली ट्रेन मणिपुर के लिए रवाना हुई। जिसमें 402 श्रमिक अपने घरों के लिए रवाना हुए। जीआरपी के एडिशनल एसपी मनोज कटियाल ने जानकारी देते हुए बताया कि उन्होंने रेलवे स्टेशन पर सुरक्षा के साथ-साथ सावधानियां बरती हैं। उन्होंने बताया पुलिस और प्रशासन की मदद से प्रवासी श्रमिकों की वापसी की तैयारियां की गई। जिसके लिए अलग-अलग राज्यों को जाने वाली ट्रेनों को सैनिटाइज किया गया। वहीं रेलवे स्टेशन में श्रमिकों को वापस भेजने के लिए जीआरपी और आरपीएफ व्यवस्था करने में लगी हुई है। रेलवे स्टेशन के अंदर तक जाने के लिए मजदूरों व अन्य लोगों के लिए एक-एक मीटर की दूरी पर जगह तय कर निशान लगाए गए। परिसर में एक बार में करीब 200 मजदूर नियत दूरी पर खड़े हो सकते हैं। साथ ही उन्होंने देहरादून रेलवे स्टेशन से निकलने वाली ट्रेनों के बारे में भी जानकारी दी। देहरादून में फंसे बिहार के लोगों को उनके जिलों तक पहुंचाने के लिए भी चार स्पेशल ट्रेनें चलाई जा रही हैं। दो ट्रेन बुधवार को दून से रवाना होंगी। बताया जा रहा है कि चार ट्रेनों से 3456 श्रमिकों को दून रेलवे स्टेशन से रवाना किया जाएगा। बिहार तक जाने वाली ट्रेनों के गेट तय स्टेशनों पर खोले जाएंगे।