पहाड़ी शैली में किया जायेगा जाखराजा मन्दिर का जीर्णोद्धार

- ऊखीमठ से लक्ष्मण सिंह नेगी
जनमंच टुडे। ऊखीमठ। कालीमठ घाटी की ग्राम पंचायत जाल मल्ला में जाखराजा मन्दिर का जीर्णोद्धार कार्य भूमि पूजन के साथ विधिवत शुरू हो गया है। जाखराजा मन्दिर पूजन पूजन के अवसर पर कई देवी – देवता अवतरित हुए ग्रामीणों को मन्दिर जीर्णोद्धार का कार्य विधिवत से शुरू करने का आशीर्वाद दिया। इस पावन अवसर पर महिलाओं ने अनेक प्रकार के व्यंजन बना कर अपने अराध्य देवी – देवताओं को भोग अर्पित कर क्षेत्र के खुशहाली की कामना की। शुक्रवार को सक्रांति पर्व के अवसर पर पण्डित ओम प्रकाश भटट् ने पंचाग पूजन के तहत अनेक पूजायें सम्पन्न कर तैतीस कोटि देवी – देवताओं का आवाहन किया। जाखराजा, पाण्डव काली व चड़नाठ देवता नर रूप में अवतरित हुए और ग्रामीणों को जाखराजा मन्दिर जीर्णोद्धार का कार्य निर्विघ्न सम्पन्न करने का आशीर्वाद दिया। जाखराजा मन्दिर जीर्णोद्धार के भूमि पूजन अवसर पर मुख्य अतिथि प्रधान त्रिलोक सिंह रावत ने कहा कि जाखराजा मन्दिर को भव्य रूप देने में सभी ग्रामीण सहभागिता के साथ ही मन्दिर के जीर्णोद्धार में अपने अमूल्य सहयोग दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि तीर्थ स्थलों को भव्य रूप देने से क्षेत्र में खुशहाली बनी रहती है। वन पंचायत सरपंच दिनेश सिंह रावत ने बताया कि जाखराजा मन्दिर के जीर्णोद्धार में केदारनाथ विधायक शैलारानी रावत का विशेष सहयोग है और मन्दिर जीर्णोद्धार कार्य में सभी ग्रामीणों द्वारा भी भरपूर सहयोग दिया जा रहा है। उन्होंने बताया कि जाखराजा मन्दिर जीर्णोद्धार कार्य में लगभग 13 लाख रुपये से अधिक व्यय हो रहा है तथा मन्दिर का निर्माण पहाड़ी शैली में किया जायेगा। महिला मंगल दल अध्यक्ष अनीता देवी ने कहा कि जाखराजा मन्दिर को भव्य रूप देने के लिए सभी सभी ग्रामीणों की सहभागिता अनिवार्य है तथा मन्दिर निर्माण में सभी को तन, मन , धन समर्पित करना होगा। इस पावन अवसर पर महिलाओं ने स्थानीय उत्पादों से अनेक प्रकार के पकवान बनाकर अपने ईष्ट व कुल देवताओं को भोग स्वरूप अर्पित कर क्षेत्र के खुशहाली की कामना की। इस मौके पर योगम्बर सिंह रावत, प्रबल सिंह रावत, माधो सिंह पंवार, सूरज सिंह पंवार, चन्द्र सिंह रावत,क्षेत्र पंचायत सदस्य बलवीर रावत, अखिलेश रावत, लखन रावत, रेखा देवी, गायत्री देवी, प्रेमा देवी, सुनीता देवी, आशा देवी, नीमा देवी, उर्मिला देवी, विनीता देवी, किरण देवी, लक्ष्मी देवी सहित कई ग्रामीण मौजूद थे।