नौ नगर निकायों को मिला ‘अटल निर्मल’ पुरस्कार
जनमंच टुडे। देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आज स्वच्छ सर्वेक्षण-2022 में बेहतर प्रदर्शन करने वाले 9 निकायों को अटल निर्मल और राष्ट्रीय स्तर पर पुरस्कृत 5 निकायों को स्वच्छ गौरव सम्मान से सम्मानित किया। इस अवसर पर उन्होंने अटल निर्मल नगर पुरस्कार की धनराशि 1 करोड़ से बढ़ाकर 2 करोड़ रुपये करने की घोषणा की। मुख्यमंत्री ने केदारनाथ, बद्रीनाथ और गंगोत्री में यात्राकाल के दौरान कार्य करने वाले पर्यावरण मित्रों को भोजन और गरम वर्दी के लिए अतिरिक्त मानदेय देने की भी घोषणा की। मुख्यमंत्री ने केन्द्रीयत सेवा के कर्मचारियों के पेंशन देयकों के भुगतान के लिए राज्य वित्त आयोग से 1 प्रतिशत की धनराशि उपलब्ध कराने की भी घोषणा की।इस मौके पर मुख्यमंत्री ने कहा कि निकाय प्रदेश के दर्पण हैं। हम अपने निकायों में कैसे और बेहतर कार्य कर सकते हैं, इस दिशा में निरन्तर प्रयासों की जरूरत है। 2025 तक उत्तराखण्ड को अग्रणी राज्य बनाने में निकायों की महत्वपूर्ण भूमिका होगी। उत्तराखण्ड का समग्र विकास सभी प्रदेशवासियों की सामुहिक जिम्मेदारी है, इसमें सबको अपना योगदान देना है। मुख्यमंत्री ने कहा की स्वच्छता सर्वेक्षण 2022 में बेहतर प्रदर्शन के आधार पर 2022-23 के लिए 9 निकायों का चयन होना उत्तराखंड के लिए गौरव की बात है। शहरी विकास मंत्री प्रेमचन्द अग्रवाल ने कहा कि प्रदेश के विकास में निकाय अपना योगदान दे रहे हैं। नगर निगम देहरादून को प्रथम, नगर निगम रूड़की को द्वितीय एवं नगर निगम ऋषिकेश को तृतीय अटल निर्मल नगर का पुरस्कार दिया गया। नगर पालिका के लिए मुनिकीरेती को प्रथम, नरेन्द्रनगर को द्वितीय एवं डोईवाला को तृतीय पुरस्कार मिला। नगर पंचायतों में नगर पंचायत नन्दप्रयाग को प्रथम, नगर पंचायत सुल्तानपुर को द्वितीय एवं नगर पंचायत गूलरभोज को तृतीय पुरस्कार मिला। स्वच्छता गौरव सम्मान के लिए नगर निगम हरिद्वार को राष्ट्रीय स्तर पर एक लाख से अधिक जनसंख्या वाले गंगा शहरों में प्रथम स्थान, छावनी परिषद् लण्ढौर को छावनी परिषद् श्रेणी में अधिकतम सिटीजन फीडबैक हेतु प्रथम स्थान, नगर पालिका परिषद् रामनगर को नॉर्थ जोन के 50 हजार से 01 लाख जनसंख्या वाले शहरों में फास्टेस्ट मूवर सिटी पुरस्कार, नगर पालिका परिषद् डोईवाला को नॉर्थ जोन के 15 हजार से कम जनसंख्या वाले शहरों में फास्टेस्ट मूवर सिटी पुरस्कार एवं नगर पालिका परिषद् नरेन्द्रनगर को नॉर्थ जोन के 15 हजार से कम जनसंख्या वाले शहरों में बेस्ट सस्टेनेबल सिटी पुरस्कार प्रदान किया गया।