सुखद भविष्य के लिए नशे से दूर रहे नौजवान : डा सोनी

अनमोल जीवन को तम्बाकू सेवन से रखें दूर: पर्यावरणविद् डॉ सोनी।
देहरादून। नशा भले ही शान के लिए किया जाता हो पर यह जिंदगी को तबााह करने में कोई वक्तर कसर नहीं छोड़ती। यह बात विश्व तम्बाकू व धूम्रपान निवारण दिवस पर वृक्षमित्र डॉ त्रिलोक चंद्र सोनी ने कही। इस मौके पर उन्होंने ग्रामीणों से स्वास्थ्य जीवन के लिए नशे से दूर रहने की अपील की। विश्व तम्बाकू व धूम्रपान निवारण दिवस पर क्षेत्र पंचायत सदस्य सरिता रावत की अध्यक्षता में डॉ सोनी ने ग्रामसभा मरोड़ा टिहरी गढ़वाल का दौरा कर ग्रामीणों को विश्व तम्बाकू दिवस पर सुखमय जीवन के लिए धूम्रपान व नशे की प्रवृत्ति से दूर रहने की अपील की। उन्होंने कहा कि कुछ मिनट का शौक लत बन जाती है जो जीवन को अंधरे में धकेल देती है। उन्होंने सुखम व स्वास्थ्य जीवन के लिए युवाओं को नशे से दूर रहने की अपील की।
पर्यावरणविद् वृक्षमित्र डॉ त्रिलोक चंद्र सोनी ने कहा कि विगत कुछ वर्षों में पूरे विश्व मे धूम्रपान करने वालों की संख्या में भारी इजाफा हुआ है जो कि चिंता का विषय है।भारत में भी धूम्रपान करने वालों की संख्या में बढ़ोतरी हो रही है और कई लोग धूम्रपान करने से होने वाली बीमारी की चपेट में आ कर अपनी जान गंवा रहे हैं। उन्होंने युवाओं से धूम्रपान की लत से दूर रहने की अपील करने के साथ ही लोगों को धूम्रपान से होने वाले ख़तरों से लोगों को अवगत कराने की( जागरूक) अपील की। उन्होंने कहा कि धूम्रपान, गुटका, तंबाकू का सेवन करने से लोग फेफडे, कैंसर जैसे गम्भीर रोगों से की चपेट में आ रहे हैं। क्षेत्र पंचायत सदस्य हटवाल गांव सरिता रावत ने कहा कि हम ग्रामीण परिवेश के लोग हैं, और गाँव के लोगों की चुस्तदुरुस्त स्वास्थ्य की सब मिसाल देते हैं, हमे इस मिसाल को बनाए रखने के लिए धूम्रपान और नशे से दूर रहना होगा। उन्होंने कहा कि मेरा पूरा प्रयास क्षेत्र के लोगो को नशे से दूर करके अपने क्षेत्र को नशा मुक्त करने पर फोकस रहेगा। सामाजिक कार्यकर्ती भारती ने कहा कि हमें युवा पीढ़ी पर विशेष ध्यान देने की जरूरत हैं ताकि हमारा आनेवाला समाज तंबाकू और धूम्रपान मुक्त हो। इस मौके पर ज्ञान सिंह नेगी, राकेश नेगी, सुरेंद्र सिंह, यशपाल सिंह, जितेंद्र सिंह, सुरेंद्र सिंह, तेजेन्द्र सिंह, शैलेंद्र सिंह, सुरेंद्र रावत, राजेन्द्र सिंह, गोविंद सिंह रावत, दिनेश सिंह, गजेंद्र सिंह, संगीता देवी, इन्द्रदेई देवी आदि मौजूद थे।