सतपाल की ‘कूची’ कर रही ‘घर में रहे सबसे कहे’
ऊखीमठ । क्यूजा घाटी के युवा लेखक सतपाल ने पूरे जनपद के अन्तर्गत सभी मुख्य बाजारों से लेकर छोटे हिल स्टेशन में दीवारों पर स्लोगन लिखकर आमजनता को कोविड 19 के प्रति जागरुक कर रहा है । युवा लेखक सतपाल विगत दो माह से बिना किसी सरकारी मदद के निस्वार्थ भाव से जन सेवा कर रहा है। वह दीवारों पर स्लोगन लिखकर लोगों को बेबजह घरों से न निकलने की सलाह देने के साथ ही सुरक्षित रहने के लिए घर मे ही रहने के लिए लोगों को निरन्तर जागरूक कर रहा है। विभिन्न क्षेत्रों में सरकारी, गैर सरकारी सेवाओं में कार्यरत अधिकारियों, जनप्रतिनिधियों व समाज सेवियो ने युवा लेखक सतपाल के इस पहल और प्रयासों की सराहना की है। क्यूजा घाटी पिगलापानी निवासी युवा लेखक सतपाल का जीवन सघर्षो भरा है फिर भी छोटी सी उम्र में सतपाल की चार कविता संग्रहों का प्रकाशन हो चुका है, इन दिनों युवा लेखक सतपाल ने जनपद के विभिन्न स्थानों की दीवारों पर स्लोगन लिखकर आम जनमानस को वैश्विक महामारी कोविड 19 के प्रति जागरूक करने का बीडा उठाया है।
कोरोना वायरस के कारण हुए लांक डाउन के बाद जहाँ एक तरफ सभी लोग घरों में कैद है। वही युवा लेखक सतपाल विगत दो माह से बिना किसी सरकारी मदद के जनपद के मुख्य बाजारों से लेकर छोटे हिल स्टेशनों व ग्रामीण क्षेत्रों में जन जागरूकता अभियान चलाकर लोगों को वैश्विक महामारी के प्रति सजग कर रहा है। युवा लेखक सतपाल द्वारा लाक डाउन की अवधि में लगभग दो माह से जिला मुख्यालय, अगस्तयमुनि, सौडी, चन्द्रापुरी, भीरी,डडोली,बसुकेदार, छेनागाड, नागजगई, ल्वारा,गुप्तकाशी, सतेराखाल, मयकोटी,दुर्गाधार,चोपता, खडपतियाखाल, घिमतोली, कनकचौरी, मोहनखाल,चन्द्रनगर, भणज,कणसिली, क्यूजा, कण्डारा सहित विभिन्न स्थानों की दीवालों व सार्वजनिक स्थान पर स्लोगन लिखकर जनता को वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के प्रति जागरूक रहने के अपील कर रहा है। युवा लेखक सतपाल का कहना है कि निस्वार्थ भाव से जन सेवा करना मेरा भाव है। फल ईश्वर के अधीन है।
युवा लेखक सतपाल के प्रयासों की पूर्व विधायक शैलारानी रावत, जिला पंचायत अध्यक्ष अमरादेई शाह, मन्दाकिनी की आवाज सेना गडसारी,चमोली गोपेश्वर कवियत्री शशि देवली, अश्वनी गौड़, विजयपाल सिंह रावत, अरुणा नौटियाल, जीवन निर्माण एजुकेशन सोसायटी चैयरमैन लखपत राणा, देवानन्द गैरोला, डी एस पी बडकोट उत्तरकाशी अनुज कुमार, थानाध्यक्ष चमोली पोखरी मनोहर सिहं भण्डारी ने प्रशंसा की!