चीन को सबक सिखाने का समय आ गया : राजकुमार
भारतीय सेना के जवानों की शहादत पर किया नमन
देहरादून। उत्तराखण्ड प्रदेश
कांग्रेस अनुसूचित जाति जनजाति विभाग के तत्वावधान में गलवां घाटी में चीन के साथ हुई हिंसक झडप में शहीद हुए भारतीय सेना के 20 जवानों शहादत पर श्रद्धांजलि दी और चाइना के सामना का बहिष्कार करने का संकल्प लिया ।
खुडबुडा मौहल्ले में स्थित योग माया मंदिर निकट हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल यूनिवर्सिटी के उप कार्यालय के समीप आयोजित किये गये श्रद्धांजलि कार्यक्रम में अनुसूचित जनजाति विभाग के प्रदेश अध्यक्ष एवं पूर्व विधायक राजकुमार ने कहा कि अब चीन को सबक सिखाने का समय आ गया है। उन्होंने कहा कि पड़ोसी देश चीन द्वारा लगातार सीमा पर तनाव का माहौल बनाया जा रहा है। चीनी सैनिकों द्वारा भारतीय सीमा में घुसने का प्रयास किया जा रहा है तथा भारतीय सैनिकों को उकसाकर सीमा पर तनावपूर्ण माहौल बनाने का प्रयास किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि आज केन्द्र की नरेन्द्र मोदी सरकार सीमाओं की रक्षा करने तथा आम नागरिकों को सुरक्षा और उनके सम्मान की रक्षा करने में पूर्णतः विफल साबित हो रही है। देश की सीमा पर ऐसी घटनायें देश की सीमाओं की सुरक्षा पर भी प्रश्न चिन्ह हैं। उन्होंने कहा कि लेह का गलवां घाटी देश का सीमावर्ती क्षेत्र है जहां पर हुई घटना उत्तराखण्ड, हिमाचल प्रदेश, अरूणाचल प्रदेश जैसे सीमावर्ती राज्यों के लिए भी चिंता का विषय है।
उन्होंने कहा कि आज चीन को करारा जवाब देने की आवश्यकता है। इस अवसर पर चीनी सामानों का पूर्ण रूप से बहिष्कार किये जाने का संकल्प लिया गया और इसके लिए जनजागरण अभियान चलाया जायेगा। इस अवसर पर पूर्व पार्षद प्रकाश नेगी, पूर्व पार्षद अशोक कोहली, मोती दीवान, दीपक, आलोक, शिवम गुप्ता, रोशन, आलोक जैन एवं नागरिक सुरक्षा संगठन के वार्डन, मयंक, पुनीत आदि शामिल थे।