प्रवासियों को आत्मनिर्भर बनाने को कार्यशाला

ऊखीमठ। वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के कारण लौट रहे प्रवासियों की आजीविका संवर्द्धन हेतु ब्लॉक सभागार में ग्राम्य विकास विभाग / पंचायती राज विभाग व जिला उधोग केन्द्र के सयुंक्त तत्वाधान में न्याय पंचायत स्तरीय कार्यशाला का आयोजन किया गया जिसमें विभिन्न विभागों के अधिकरियों द्वारा पंचायत प्रतिनिधियों व प्रवासियों को आत्मनिर्भर बनने के विभिन्न जानकारियां दी गयी। कार्यशाला की अध्यक्षता करते हुए क्षेत्र पंचायत प्रमुख श्वेता पाण्डेय ने कहा कि सभी प्रवासियों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए कार्यशाला का आयोजन किया गया। कनिष्ठ प्रमुख शेलेन्द्र सिंह कोटवाल ने कहा कि कोरोना वायरस आज पूरे विश्व में महामारी का रूप धारण कर चुका है इसलिए सभी लोगों को सचेत रहकर आत्मनिर्भर बनना होगा। उन्होंने कहा कि पूरे विकासखण्ड में आत्मनिर्भर बनने के लिए बागवानी, मत्स्य पालन,लघु उद्योग, रिगांल उघोग की अपार सम्भावनाये है। उघोग विभाग के महा प्रबन्धक एच सी हटवाल ने कहा कि मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना के अन्तर्गत संचालित योजनाओं का लाभ लेकर आत्मनिर्भर बना जा सकता है, खण्ड विकास अधिकारी दिनेश मैठाणी ने कहा कि पूरे विकासखण्ड के अन्तर्गत प्रवासियों के लिए कार्ययोजना तैयार कर जिला प्रशासन को सौपी जा चुकी है तथा आने वाले दिनों में प्रदेश सरकार व जिला प्रशासन की गाइडलाइन के अनुसार सभी प्रवासियों को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में कार्ययोजना का संचालन किया जायेगा! उधान प्रभारी अब्बल सिह रावत, सहायक कृर्षि अधिकारी दिनेश जोशी ने भी जनप्रतिनिधियों व प्रवासियों को विभागीय जानकारियां दी। डा सचिन चौबे ने जानकारी देते हुए कहा कि लांक डाउन व प्रवासियों को कोरेटेन करने में पंचायत प्रतिनिधियों व ग्राम पंचायत स्तर पर गठित निगरानी समितियों का अहम योगदान रहा है! उन्होंने कहा कि सभी आशाओं के माध्यम से प्रत्येक गाँव का सर्वे किया जा रहा है। इस मौके पर जिपस रीना देवी, प्रधान संगठन संरक्षक सन्दीप पुष्वाण,  महामंत्री  विजयपाल सिंह नेगी, मीडिया प्रभारी योगेन्द्र सिंह नेगी, शान्ता देवी, मनोरमा देवी, शान्ति भटट् सहित पंचायत प्रतिनिधि व प्रवासी मौजूद थे।

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