राज्य बनने के बाद भी कम नहीं हुई पहाड़वासियों की समस्याएं : शैलेन्द्र रावत
देहरादून। प्रदेश में 2022 में होने वाले विस चुनाव को लेकर विभिन्न राजनीतिक दल अभी से अपनी बिसात बिछाने में जुट गए हैं। प्रदेश की नवोदित पहाड़ी पार्टी ने भी चुनावी समर में कूदने की तैयारी में जुट गई है। चौबट्टाखाल विस क्षेत्र से पार्टी के विस क्षेत्र अध्यक्ष युवा तुर्क समाजसेवी शैलेन्द्र सिंह रावत जनता से मिलकर उनसे संवाद साध रहे हैं। रावत पहाडी पार्टी को आमजनता की पार्टी बनाने के लिए दिन, रात एक किए हुए हैं और विस में आने वाले गांवों का दौरा कर रहे हैं। शैलेन्द्र के क्षेत्र के प्रति समर्पित भावना को देखते हुए ग्रामीण भी उनको हाथों हाथ ले रहे हैं, जिससे उनके जनाधार का कारवां लगातार आगे बढ़ रहा है।
समाजसेवी व पहाड़ी पार्टी के चौबट्टाखाल विस अध्यक्ष रावत ने कहा कि राज्य को बने हुए 20 वर्ष से भी अधिक का समय हो चुका है, उसके बावजूद, ग्रामीण लोगों की समस्याएं आज भी उनके आगे मुंह बांधे खड़ी हैं। पहाड़ की जनता आज भी मूलभूत समस्याओं से छुटकारा पाने के लिए संघर्ष कर रही है, उनका सुधलेवा कोई नहीं है, जो कि चिंता का विषय है। आज भी कई गांवों में बिजली, पानी नहीं पहुँचा है, और ना ही सड़क, राजनीतिक पार्टियों की उपेक्षा के चलते ग्रामीण आज भी, बाबा आदम के जमाने में जीने को मजबूर हैं। उन्होंने कहा कि जो सपने लोगों ने देखे थे, आज तक वह सपने साकार नहीं हो पाए हैं। रावत ने इसके लिए राजनीतिक पार्टियों को दोषी ठहराया है। शैलेन्द्र ने कहा कि पहाड़वासियों ने अलग प्रदेश बनने के बाद बेहतर शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार के जो सपने संजोए थे, वह पूरे नहीं हो पाए। रावत ने कहा कि राजनीतिक पार्टियों ने पहाड़वासियों को सिर्फ वोटबैंक के तौर पर इस्तेमाल किया है। विकास के नाम पर सिर्फ व सिर्फ बरगला गया है। राजनेताओं ने जो भी वादे पहाड़ के लोगों से कियेे, वह आज तक धरातल पर उतर ही नहींं पाए। उन्होंने कहा कि पहाड़ में स्वास्थ्य सेवाएं बुरी तरह से लड़खड़ाई हुई है, लेकिन कोई सुधलेवा नहीं है।
पहाड़ में बेहतर इलाज न मिलने से लोग मैदानी क्षेत्रों में इलाज करवाने को मजबूर हैं, जिसके चलते उनका समय और पैसा दोनों बर्बाद हो रहा है। समय पर इलाज न मिलने से कई लोगअसमय काल के ग्रास में समा रहे हैं। रावत ने कहा कि पहाड़ में रोजगार के कई साधन उपलब्ध है, किंतु राजनीतिक दलोंं के इच्छाशक्ति कम होने से उन्हें धरातल पर उतारा ही नहींं गया , जिसके चलते पहाड़ का नौजवान शहरों की खाक छानने को मजबूर हैं।
पहाड़ी पार्टी के विषय मे बोलते हुए उन्होंने कहा कि पहाड़ी पार्टी आमजन की पार्टी हैं। बड़ी पार्टी पहाड़ की समस्या को सुलझाने में कोई दिलचस्पी नही दिखाते, जिस कारण जनता की समस्या जस की तस बनी हुई है। राष्ट्रीय पार्टियों को लेकर आम जनता में रोष है। उन्होंने कहा कि हमारी आवाज हर पहाड़वासी की आवाज है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय दल पहाड़वासियों को विकास के नाम पर बरगला रही है। आज तक जो भी विकास के वादे किए वह वादे बनकर ही रह गए। भाजपा, कांग्रेस ने सिर्फ जनता को झूठे आश्वासन दिए । जनता अब इन पार्टियों की कथनी और करनी को समझ चुकी है और नए विकल्प को तलाश रही है। उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी आमजनता की पार्टी है और उनके साथ कंधा से कंधा मिलाकर चलेगी और जनता की उम्मीदों पर खरा उतरेगी। रावत ने कहा कि पार्टी को जनता का पूरा प्यार और सहयोग मिल रहा है। उन्होंने कहा कि पार्टी को ग्राम स्तर से मजबूत किया जाएगा। पार्टी में युवा शक्ति, मातृ शक्ति और अनुभवी लोगों को तरजीह दी जाएगी, पार्टी जनता के विचारों पर ही काम करेगी।