पेट्रोल, डीजल की मूल्यवृद्धि को वापस ले केन्द्र : शैलेन्द्र
देहरादून। देश में डीजल, पेट्रोल की बढ़ती कीमतों को लेकर पहाड़ी पार्टी ने रोष जताया है, और जनभावनाओं को देखते हुए केन्द्र सरकार से मूल्यवृद्धि वापस लेने की मांग की है। चौबट्टाखाल विस क्षेत्र के पार्टी अध्यक्ष शैलेन्द्र रावत ने कहा कि डीजल, पेट्रोल के दामों में लगातार बढोत्तरी होने से लोगों की मुसीबतें और बढ़ गई है। रावत ने कहा कि कोरोना के चलते लोग पहले से ही मुसीबतों का सामना कर रहे थे, ऊपर से डीजल, पेट्रोल के दाम बढाकर सरकार ने उनकी मुसीबत को और बढ़ा दिया है। उन्होंने कहा कि डीजल के दाम बढ़ने से इसका असर बाजार में साफ दिखाई दे रहा है।
रावत ने कहा कि डीजल के दाम बढ़ने से सामान ढुलान की कीमतें बढ़ जाएगी, उन्होंने कहा कि राज्य के पर्वतीय जिलों के लोगों को इससे अधिक परेशानी होगी। पहाड़ में सब्जी, फ फल, खाद्यान्न सामग्रियों के दाम भी बढ़ने लगे हैं। हर दिन बढ़ रही महंगाई ने जनता की कमर तोड़कर रख दी है। उन्होंने कहा कि पेट्रोल और डीजल पर लगने वाले केंद्रीय उत्पाद शुल्क व कीमतों में बार, बार की जा रही अनुचित बढ़ोतरी से राज्य और देशवासियों की परेशानियों को बढ़ा दिया है। कोरोना के चलते आर्थिक तंगी से परेशान लोग और परेशान हो गए हैं। आर्थिक तंगी की मार झेल रही जनता को संकट से उबारने के बजाए सरकार डीजल, पेट्रोल की कीमतें बढ़ाकर अपनी तिजोरी भरने में लगी हुई है। शैलेंद्र सिंह रावत ने कहा कि 2014, 14 में पेट्रोल का उत्पाद शुल्क 9,20 जबकि डीजल का 3,46 रुपये प्रति लीटर था, केंद्र ने इसे बढ़ाकर 23,78 और 28,37 रुपए प्रति लीटर कर दिया है। उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में तेल के दामों में भारी गिरावट आने के बावजूद केन्द्र लगातार डीजल और पेट्रोल के दामों में लगातार इजाफा कर रही है। उन्होंने केंद्र सरकार से 5 मार्च के बाद से की गई डीजल, पेट्रोल की उत्पाद शुल्क बढ़ोतरी को वापस लेने की मांग केंद्र सरकार से की है।