भगवान गणेश के जन्म स्थल में शुरू हुआ गणेश उत्सव
देहरादून। आज गणेश चतुर्थी है आज से देश भर में गणेश उत्सव की भी शुरुआत हो गई है। हरिद्वार में भी गणेश जी की ननिहाल यानी पार्वती का मायका और शंकर जी की ससुराल कनखल स्थित दक्ष प्रजापति मंदिर में वैदिक मंत्रोचारण के बीच भगवान गणेश की मूर्ति की स्थापना की गई । वही उत्त्तरकाशी में गणेश चर्तुर्दिशी पर अस्सी गंगा घाटी में स्थित डोडीताल मंदिर समिति ने उत्त्तरकाशी बाजार में ढोल बाजे के साथ गणेश जी की झांकियां निकाली।
बता दें कि डोडीताल क्षेत्र को भगवान गणेश का जन्म स्थल माना जाता है। वहां भगवान गणेश की पूजा मां अन्नपूर्णा के साथ होती है। मान्यता है कि पार्वती स्वरूप मां अन्नपूर्णा ने यहां ताल में स्नान से पूर्व अपनी सुरक्षा के लिए उबटन से गणेश की उत्पत्ति की थी। समुद्रतल से करीब 3100 मीटर की ऊंचाई पर स्थित डोडीताल बांज, बुरांश देवदार के घने जंगलों के बीच करीब एक किमी के दायरे में फैली झील है, जिसके एक किनारे पर मां अन्नपूर्णा का प्राचीन मंदिर है। मंदिर में गणेश अपनी मां अन्नपूर्णा के साथ विराजमान हैं। डोडीताल मंदिर समिति के कैलासू के संरक्षक डॉ. राधेश्याम खंड्ड़ी बताते हैं कि डोडीताल का क्षेत्र कैलासू के नाम से प्रसिद्ध है। इसी बालक ने जब शिव का रास्ता रोका तो उनके बीच युद्ध हुआ। यहां स्थानीय बोली में गणेश को डोडी राजा कहा जाता है।