समस्याओं का निराकरण करने के निर्देश दिए
रुद्रप्रयाग। जिलाधिकारी सौरभ गहरवार की अध्यक्षता में विकास भवन सभागार में जनसंवाद/जनता मिलन कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर विभिन्न विभागों से संबंधित कुल 36 शिकायतें दर्ज की गई। इनमें 19 शिकायतों का मौके पर ही निराकरण किया गया जबकि शेष शिकायतों का निस्तारण करने के लिए संबंधित विभागों को प्रेषित किया गया। आयोजित जनता मिलन कार्यक्रम में कान्दी निवासी बलवीर लाल ने बीते माह केदारानाथ में अतिवृष्टि के चलते उनकी दुकान बह जाने एवं बेटे के पैर में चोट लगने की जानकारी देते हुए मुआवजे की मांग की। ग्राम पंचायत डुंगर प्रधान महिपाल सिंह ने बताया कि उनकी ग्राम सभा के पंचायत भवन एवं प्राथमिक विद्यालय की स्थिति जीर्ण शीर्ण हो गई है। पंचायत भवन में लगातार शादी सहित अन्य सामुदायिक कार्यक्रम होते हैं जबकि स्कूल में भी नियमित पढ़ाई हो रही है। ऐसे में अनहोनी का डर हमेशा बना हुआ रहता है। उन्होंने प्राथमिक विद्यालय में एक अध्यापक की नियुक्ति करने की मांग भी की। ग्राम प्रधान डंुगर ने ग्राम भटवाड़ी में सड़क स्वीकृति एवं सर्वे के बाद अब तक सड़क निमार्ण के लिए कोई कार्रवाई शुरु नहीं होने की शिकायत भी की। धनकुराली निवासी रघुबीर सिंह राणा ने ममणी उरोली धनकुराली मार्ग तीन महीने से बंद पड़े होने की शिकायत करते हुए बताया कि इससे हजारों लोगों के दैनिक एवं शासकीय कार्य बाधित हो रहे हैं। मरोड़ा निवासी पुष्पा देवी एवं सतेश्वरी देवी ने रेलवे द्वारा उनके मकानों का किराया लंबे समय से न दिए जाने की शिकातय की। ग्राम प्रधान बुरुवा सरोज देवी ने जिला योजना से बुरुवा गांव से ग्राम माल्दी तक स्वीकृत मोटर मार्ग का कार्य शुरू नहीं होने की शिकायत की। मदोला निवासी नीरज नेगी ने बताया कि दश्ज्यूला कांडई के लिए पीएमजीएसवाई द्वारा किए जा रही सड़क सुधारीकरण कार्य के दौरान ग्राम सभा की पेयजल लाईन क्षतिग्रस्त हो गई है। जिलाधिकारी ने सड़क से जुड़े विभाग एवं अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि सड़क निमार्ण कार्य से जो भी सरकारी संपत्ति क्षतिग्रस्त होती है उनको प्लान एवं सर्वे में शामिल करते हुए क्षतिग्रस्त योजनाओं का भी सुधारीकरण किया जाए। उन्होंने मुख्य शिक्षा अधिकारी को निर्देश दिए हैं कि जनपद के स्कूलों के जो भी भवन क्षतिग्रस्त हैं एवं मरम्मत कार्य किया जाना है ऐसे भवनों की सूची और प्रस्ताव तीन दिनों के भीतर उपलब्ध करवाने के निर्देश दिए। जिला पंचायत राज अधिकारी को क्षतिग्रस्त पंचायत भवनों की सूची और प्रस्ताव तीन दिनों के भीतर उपलब्ध करवाने के निर्देश दिए। वहीं जिलाधिकारी ने जिन समस्याओं पर स्थलीय निरीक्षण एवं मौका मुआयना किया जाना है, संबंधित क्षेत्र के उप जिलाधिकारी के साथ संबंधित क्षेत्र के अधिकारियों को स्थलीय निरीक्षण कर वस्तुस्थिति एवं की जाने वाली कार्रवाई से अवगत कराने के निर्देश दिए। उन्होंने संबधित विभागों को निर्देश देते हुए कहा कि जन संवाद कार्यक्रम में मिलने वाली शिकायतों का निस्तारण बिना देरी के तय सीमा के भीतर किया जाए, इसमें किसी भी प्रकार की देरी एवं कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। सीएम हेल्पलाइन में दर्ज शिकायतों की समीक्षा करते हुए जिलाधिकारी ने संबंधित विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि एल-1 एवं एल-2 के स्तर पर जो भी शिकायतें लंबित हैं उनका निस्तारण तत्परता से करना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि विभिन्न विभागों में एल-1 पर 137 तथा एल-2 पर 34 शिकायतें निस्तारण हेतु लंबित हैं। जिलाधिकारी ने सीएम हेल्पलाइन में प्राप्त शिकायतों का निस्तारण भी शीघ्रता से सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। इसमें किसी भी प्रकार की कोई ढिलाई न बरती जाए। इसके अलावा जिलाधिकारी ने 20 सूत्रीय कार्यक्रम की भी समीक्षा की उन्होंने बी, सी एवं डी श्रेणी में चल रहे विभागों को ए श्रेणी में आने के लिए अनिवार्य कार्य तत्परता से करने के निर्देश दिए गए। इस अवसर पर प्रभागीय वन अधिकारी रुद्रप्रयाग कल्याणी, मुख्य विकास अधिकारी डॉ. जीएस खाती, उप जिलाधिकारी आशीष चंद्र घिल्डियाल, जखोली भगत सिंह फोनिया, ऊखीमठ अनिल कुमार शुक्ला, पुलिस उपाधीक्षक प्रबोध घिल्डियाल, जिला कार्यक्रम अधिकारी बाल विकास अखिलेश मिश्रा, शिकायत प्रकोष्ट प्रभारी विनोद कुमार सहित अन्य विभागीय अधिकारी व कर्मचारी एवं विभिन्न क्षेत्रों से आये ग्रामीण मौजूद रहे।