राज्य सरकार और आईटीबीपी के बीच हुआ समझौता
देहरादून। प्रदेश के स्थानीय उत्पादों की आपूर्ति के लिए राज्य सरकार और आईटीबीपी के बीच समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किये गये। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और पशुपालन मंत्री सौरभ बहुगुणा की उपस्थिति में
सचिव डॉ. बी.वी.आर.सी पुरुषोत्तम और आईटीबीपी से आईजी संजय गुंज्याल ने समझौते पर हस्ताक्षर किये। यह समझौता स्थानीय आजीविका बढ़ाने में अहम भूमिका निभायेगा। इससे लगभग 80 से अधिक सहकारी समितियों के माध्यम से लगभग 11 हजार से अधिक पशुपालकों को सीधा लाभ मिलेगा। जिसमें 7 हजार महिलाएं शामिल हैं । वाइब्रेंट विलेज योजना के अन्तर्गत आईटीबीपी की उत्तराखण्ड में तैनात वाहिनी के लिए स्थानीय उत्पादों बकरी, भेड़, चिकन और मछली की आपूर्ति की जाएगी। इससे सालाना 200 करोड़ के कारोबार होने का अनुमान है। इस दौरान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि इस समझौते से स्थानीय लोगों की आजीविका बढ़ेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा देने के लिए आईटीबीपी ब्रांड एंबेसडर की भूमिका में कार्य करेगा। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को आईटीबीपी को सब्जियां, दूध, पनीर, अण्डा की आपूर्ति की व्यवस्था करने के लिए भी योजना बनाने के निर्देश दिये। पशुपालन मंत्री सौरभ बहुगुणा ने कहा कि पशुपालकों और मत्स्य पालकों की आजीविका में वृद्धि के लिए यह महत्वपूर्ण निर्णय लिया गया है। उन्होंने कहा कि इससे पलायन को रोकने में भी मदद मिलेगी।