राजकीय सम्मान के साथ घनानंद को दी अंतिम विदाई

हरिद्वार। प्रसिद्ध हास्य कलाकार घनानंद उर्फ घन्ना भाई का बुधवार को हरिद्वार में खड़खड़ी घाट पर राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। बुधवार को सुबह उनके आवास से शवयात्रा हरिद्वार के खड़खड़ी के लिए रवाना हुई। इसके बाद उन्हें अंतिम सलामी दी गई। अंतिम संस्कार में हरिद्वार सांसद और पूर्व सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने घनानंद के पार्थिव शरीर पर श्रद्धांजलि अर्पित कर शोक संतप्त परिवार को सांत्वना दीं। उन्होंने कहा कि गढ़वाली फिल्म हास्य कलाकार घन्ना भाई का अचानक दुनिया को यूं छोड़कर परलोक चले जाना अत्यंत पीड़ादायक है। इस अवसर पर हरिद्वार विधायक मदन कौशिक, भारतीय जनता पार्टी के तमाम पदाधिकारी, कार्यकर्ता, समाजसेवी, गढ़वाली फिल्म जगत की हस्तियां आदि उपस्थित थे। गौरतलब है किउत्तराखंड के प्रसिद्ध हास्य कलाकार घनानंद गगोडिया उर्फ घन्ना भाई का मंगलवार को निधन हो गया था। उन्होंने देहरादून के महंत इंद्रेश हॉस्पिटल में अंतिम सांस ली। बीते दिनों तबीयत खराब होने पर उन्हें हॉस्पिटल में भर्ती किया गया था। हृदय गति रुकने से उनका निधन हो गया था।
घनानंद गगोड़िया का जन्म 1953 में पौड़ी के गगोड़ गांव में हुआ था । घनानंद की शिक्षा कैंट बोर्ड लैंसडौन में होने के बाद साल 1970 में रामलीलाओं में हास्य कलाकार के रूप में अपने अभिनय की शुरुआत की। साथ ही उन्होंने घनानंद साल 1974 में रेडियो और बाद में दूरदर्शन में भी कई कार्यक्रम किए और एक लोकप्रिय कलाकार बन गए।उत्तराखंड की घरजवैं, चक्रचाल, बेटी-ब्वारी, जीतू बगडवाल, सतमंगल्या, ब्वारी हो त यनि, घन्ना भाई एमबीबीएस, घन्ना गिरगिट और यमराज समेत कई प्रमुख फिल्मों के साथ ही कई गढ़वाली एलबम में भी काम किया । उन्होंने राजकीय सेवा से स्वैचिछक सेवानिवृत्ति लेने के बाद राजनीति में भी किस्मत आजमाया और 2012 विधानसभा चुनाव में भाजपा ने उन्हें पौड़ी विधानसभा क्षेत्र से चुनाव मैदान में उतारा, लेकिन वह चुनाव हार गए। इसके बाद वह चुनाव में भाजपा के स्टार प्रचारक की भूमिका निभाने लगे। उन्होंने अपना पूरा जीवन पौड़ी में बिताया और कुछ वर्ष पूर्व देहरादून में रहने लगे थे। उनकी धर्मपत्नी का भी विगत वर्ष निधन हो गया था। घनानंद के बेटे प्रशांत गगोड़िया भी गढ़वाली वीडियो एल्बम और फिल्मों में काम करते हैं।