मप्र के राज्यपाल का निधन
लखनऊ। मध्य प्रदेश के राज्यपाल लालजी टंडन का मंगलवार सुबह 5.30 बजे निधन हो गया। वह 85 साल के थे। टंडन को 11 जून को सांस लेने में तकलीफ और बुखार के चलते लखनऊ के मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया गया था। लिवर में दिक्कत होने की वजह से 14 जून को इमरजेंसी ऑपरेशन किया गया था। सोमवार शाम अस्पताल की तरफ से जारी मेडिकल बुलेटिन में उनकी हालत क्रिटिकल बताई गई थी। उनका कोरोना टेस्ट नेगेटिव आया था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत कई नेताओं ने टंडन के निधन पर शोक जताया है। टंडन 12 साल की उम्र से ही संघ जुड़ गए थे। संघ से जुड़ाव के चलते ही उनकी मुलाकात अटल बिहारी वाजपेयी से हुई थी। बाद में जब अटल ने लखनऊ की सीट छोड़ी तो बतौर विरासत लालजी टंडन को यह सीट सौंपी गई। 2009 में टंडन ने लोकसभा चुनाव जीता और लखनऊ से सांसद बने।
टंडन का राजनीतिक सफर 1960 से शुरू हुआ। वे 2 बार पार्षद और दो बार विधान परिषद के सदस्य रहे। इसके बाद लगातार तीन बार विधायक भी रहे। वे कल्याण सिंह सरकार में मंत्री भी रहे थे। साथ ही यूपी विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष भी रहे। आज शाम 4.30 बजे उनका लखनऊ में अंतिम संस्कार होगा।