राष्ट्रीय तपेदिक उन्मूलन दिवस पर जागरूकता कार्यक्रम आयोजित

बागेश्वर। राष्ट्रीय तपेदिक उन्मूलन दिवस के अवसर पर बागेश्वर में एक जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम का आयोजन मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय परिसर में किया गया, जहाँ ‘हां, हम टीबी को हरा सकते हैं’ थीम पर आधारित टीबी दिवस मनाया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ जिलाधिकारी आशीष कुमार भटगाई द्वारा दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया। इस दौरान स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों, डॉक्टरों, सामाजिक कार्यकर्ताओं और स्थानीय नागरिकों ने भाग लिया। कार्यक्रम के अन्तर्गत स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने टीबी के लक्षण, बचाव और उपचार के बारे में जानकारी दी। साथ ही, टीबी मुक्त भारत अभियान के तहत लोगों को नि:शुल्क जांच और इलाज की सुविधा के बारे में भी बताया गया। इस मौके पर जिलाधिकारी ने कहा कि टीबी उन्मूलन के लिए सामूहिक प्रयास आवश्यक हैं। सरकार की विभिन्न योजनाओं के माध्यम से टीबी मरीजों को मुफ्त इलाज और पोषण सहायता दी जा रही है। तपेदिक जैसी गंभीर बीमारी को हराने के लिए समाज के हर वर्ग का सहयोग जरूरी है। इस अवसर पर टीबी मुक्त ग्राम पंचायतों को गांधी प्रतिमा, टीबी मुक्त प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया। जिसमें पंत क्वैराली के ग्राम प्रधान रमेश पाठक, नरेश उप्रेती सरपंच जौलकांडे, विनोद कुमार, प्रधान चौगांवछीना, राधा देवी प्रधान जोशी पालड़ी, दीपा देवी प्रधान द्यागंण, को टीबी मुक्त ग्राम पंचायत पुरस्कार से सम्मानित किया गया। ग्राम फल्यांटी के भुवन चंद्र को पूर्व में टीबी बीमारी से मुक्त होकर टीबी बीमारी के प्रति जागरूकता पैदा करने हेतु टीबी चैम्पियन अवार्ड से टीबी फोरम के तहत शाल ओढ़ाकर एवं प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों, आशाओं, आशा फैसिलिटेटर तथा ब्लाक कार्डिनेटर को टीबी अभियान में सराहनीय कार्य हेतु सम्मानित किया गया।कार्यक्रम के दौरान टीबी उन्मूलन को लेकर संकल्प लिया गया और लोगों को इस बीमारी से बचाव के लिए सतर्क रहने का संदेश दिया गया। वक्ताओं ने कहा कि हमारा लक्ष्य वर्ष 2025 तक भारत को टीबी मुक्त बनाना है। इसके लिए सभी को आगे आना होगा और जागरूकता बढ़ानी होगी।