अफसर ‘चुप’ खतरे में ग्रामीणों की जान

ऊखीमठ। बासवाडा – भणज – मोहनखाल मोटर मार्ग पर कोटखाल के निकट विगत वर्ष 8 अगस्त को मूसलाधार बारिश से मोटर मार्ग का पुस्ता धसने से स्व रघुवीर इण्डेन ग्रामीण वितरक का गैस गोदाम खतरे की जद में आया हुआ है। लम्बा समय व्यतीत होने के बाद भी पुस्ते का निर्माण न होने से भविष्य में बड़े खतरे की सम्भावनाओं से इनकार नहीं किया जा सकता है। स्व रघुवीर इण्डेन ग्रामीण वितरक द्वारा बारिश से क्षतिग्रस्त पुस्ते के निर्माण के लिए तहसील, जिला प्रशासन व लोक निर्माण विभाग ऊखीमठ से कई बार गुहार लगाई गयी है मगर प्रशासन व विभागीय स्तर से सिर्फ कोरे आश्वासन ही मिल पाये है! मिली जानकारी के अनुसार विगत वर्ष 8 अगस्त को क्यूजा घाटी में हुई मूसलाधार बारिश से बासवाडा – भणज – मोहनखाल मोटर मार्ग पर कोटखाल के निकट सड़क का पुस्ता धसने से स्व रघुवीर इण्डेण ग्रामीण वितरक का गैस गोदाम खतरे की जद में आ गया था! प्रबन्धक ऊषा देवी द्वारा बारिश से क्षतिग्रस्त पुस्ते की सूचना जिला, तहसील प्रशासन व लोक निर्माण विभाग ऊखीमठ को दी गयी थी मगर आज तक बारिश से क्षतिग्रस्त पुस्ते के निर्माण के लिए उन्हें कोरे आश्वासन ही मिल पाये है। प्रबन्धक ऊषा देवी ने बताया कि मोटर मार्ग के क्षतिग्रस्त पुस्ते के निर्माण पर उनके द्वारा लाखों रूपये खर्च तो कर दिये , मगर मोटर मार्ग का बड़ा हिस्सा टूटने अब वे पुस्ते का निर्माण करने में असमर्थ है। उन्होंने बताया कि पुस्ते के निर्माण के लिए कई बार प्रशासन व विभागीय अधिकारियों से फरियाद लगायी जा चुकी है मगर आज तक पुस्ते का निर्माण नहीं हो पाया है। उन्होंने बताया कि गैस गोदाम की क्षमता 288 गैस सिलेंडर है और भविष्य में बारिश या फिर प्राकृतिक आपदा के कारण मोटर मार्ग का शेष हिस्सा टूटता है तो बड़े हादसे की सम्भावना बनी हुई है जिससे जानमाल को भी भारी नुकसान हो सकता है। सामाजिक कार्यकर्ता सतपाल ने बताया कि यदि भविष्य में मोटर मार्ग के पुस्ते का शेष भाग टूटता है तथा गैस गोदाम को क्षति पहुंचती है तो पिगलापाणी, हिन्दाव नगर सहित 162 परिवार को खतरा उत्पन्न हो सकता है। वही दूसरी ओर इस बारे में तहसील प्रशासन से वार्ता करनी चाही मगर सम्पर्क नहीं हो पाया।