बाहरी राज्यों के श्रद्धालुओं के लिए जारी गाइडलाइन का विरोध
ऊखीमठ। केदार घाटी के पंचायत प्रतिनिधियों ने तहसील प्रशासन के माध्यम से प्रदेश सरकार को ज्ञापन भेजकर केदारनाथ धाम सहित अन्य तीर्थ स्थलों में अन्य राज्यों के श्रद्धालुओं के लिए गाइडलाइन जारी होने का विरोध करते हुए रूद्रप्रयाग – गौरीकुण्ड राष्ट्रीय राजमार्ग पर चक्काजाम की चेतावनी दी है। एसडीएम के माध्यम से प्रदेश के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत को भेजे ज्ञापन का हवाला देते हुए केदार घाटी के पंचायत प्रतिनिधियों ने बताया कि प्रदेश सरकार द्वारा देवभूमि उत्तराखंड के चारों धामों सहित अन्य तीर्थ स्थलों में अन्य राज्यों के श्रद्धालुओं के लिए जो गाइडलाइन जारी की गयी है ।
क्षेत्रीय जनता व जनप्रतिनिधि उसका विरोध करती है। पचायत प्रतिनिधियों का कहना है अन्य राज्यों के श्रद्धालुओं के यहाँ आवागमन होने से कोरोना वायरस फैलने की सम्भावना से इनकार नहीं किया जा सकता है। पचायत प्रतिनिधियों को कहना है कि पूरे देश में कोरोना संक्रमण के मामलों में लगातार वृद्धि हो रही है तथा ऐसी स्थिति में चार धाम यात्रा में अन्य राज्यों के श्रद्धालुओं के आगमन के लिए गाइडलाइन जारी करना सरासर गलत है। पचायत प्रतिनिधियों का कहना है कि यदि प्रदेश सरकार ने तीन अगस्त तक अपना फैसला वापस नहीं लिया तो चार अगस्त को पंचायत प्रतिनिधि कुण्ड में अनिश्चित कालीन चक्काजाम करने के लिए विवश हो जायेगें जिसकी पूर्ण जिम्मेदारी शासन – प्रशासन की होगी। ज्ञापन में क्षेत्र पंचायत प्रमुख श्वेता पाण्डेय, ज्येष्ठ प्रमुख कविता नौटियाल, कनिष्ठ प्रमुख शेलेन्द्र सिंह कोटवाल,प्रधान संगठन ब्लॉक अध्यक्ष सुभाष रावत, प्रधान किमाणा सन्दीप पुष्वाण, क्षेपस सोमेश्वर भटट् के हस्ताक्षर मौजूद थे।