भूधंसाव से खतरे की जद में रासी गाँव

ऊखीमठ। मदमहेश्वर घाटी में विगत कई दिनों से हो रही मूसलाधार बारिश के चलते ग्रामीणों को भारी मुसीबतों का सामना करना पड़ रहा है। भारी बारिश से पीएमजीएसवाई के ऊखीमठ , उनियाणा , अकतोली मोटर मार्ग दो जगह पर नामोनिशान मिट गया है। सड़क बहने से ग्रामीण जान जोखिम में डालकर आवाजाही कर रहे हैं। रासी गाँव के विभिन्न तोको में हो रहे भूधंसाव से कई मकान व गौशालाएं खतरे की जद में आ गयी हैं।
रासी गाँव को पेयजल आपूर्ति करने वाली चारों पेयजल योजनाओं के क्षतिग्रस्त होने से ग्रामीण मीलों दूर प्राकृतिक स्रोतों से पीठ में पानी ढोनेको मजबूर हैं। आने वाले दिनों में यदि उनियाणा ण् अकलोली के मध्य यातायात बहाल नही होता है तो सीमान्त गांव गौण्डार सहित मदमहेश्वर धाम व यात्रा पडा़वों पर खाधान्न संकट गहरा सकता है। प्रधान रासी कुन्ती नेगी ने बताया कि पीएमजीएसवाई के ऊखीमठ , उनियाणा, अकतोली मोटर मार्ग का उनियाणा, अकतोली के मध्य गदेरो के उफान में आने के कारण दो स्थानों पर नामोनिशान मिट गया है जिससे राहगीरों को जान जोखिम डालकर आवाजाही करनी पड़ रही है। उन्होंने बताया कि उनियाणा, रासी के मध्य मोटर मार्ग के क्षतिग्रस्त वाले स्थान पर ग्रामीणों के सहयोग से लकड़ी की बलिया लगाकर आवाजाही करने के लायक बनाया गया है मगर रासी ,अकतोली के मध्य मोटर मार्ग का अधिक हिस्सा टूटने के कारण ग्रामीणों को मीलों दूरी का अतिरिक्त सफर तय करना पड़ रहा है।
उन्होंने बताया कि गाँव के बौसार तोक में भूधसाव होने से कुंवर सिंह की गौशाला तथा उमेद सिंह की मकान खतरे की जद में आ गये है तथा तरसाली तोक में भगत सिंह की गौशाला को खतरा बना हुआ है। ग्रमीण दलीप रावत ने बताया कि रासी गांव के कण्डारा तोक में भूधसाव होने से प्राथमिक स्कूल को खतरा बन गया है औ कभी भी स्कूल ढह सकता है। ग्रामीण सरिता देवी, सरला देवी ने बताया कि जल संस्थान की मुनाला , रासी, ग्राम पंचायत की चौथा, रासीए पनाली रासी व स्वजल विभाग की गिमगोना , कण्डारा पेयजल योजनाओं के क्षतिग्रस्त होने से गाँव के विभिन्न तोको में पेयजल संकट बना हुआ है जिससे ग्रामीण मीलों दूर प्राकृतिक स्रोतों पर निर्भर है।ग्रामीण शुशीला देवी ने बताया कि मदमहेश्वर घाटी में विगत कई दिनों से हो रही मूसलाधार बारिश के कारण ग्रामीणो में दहशत बनी हुई है।