मुवावजा लेने के बावजूद जर्जर भवनों में रहने वालों पर कार्रवाई करें : डीएम

ऊखीमठ। विगत दिनों में दैवीय आपदा से क्षतिग्रस्त सरकारी व निजी परिसंपत्तियों का जिलाधिकारी ने निरीक्षण किया। ग्राम उषाडा, फाटा, मैखंडा, करोखी, बयुंगगाड़ आदि में निरीक्षण के साथ ही लोगों की समस्याएं सुनी। राष्ट्रीय राजमार्ग 109 में तिलवाड़ा से फाटा तक गतिमान कार्यों का निरीक्षण किया। राष्ट्रीय राजमार्ग के कार्यो के निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने अधिशासी अभियंता राष्ट्रीय राजमार्ग जितेंद्र त्रिपाठी को स्पष्ट निर्देश दिए कि गीड़ भुतीर, तिलवाड़ा, सिल्ली, मैखंडा, जामू सहित अन्य स्थलों पर एन एच के कार्यों से क्षतिग्रस्त लोगों के आम पैदल रास्तों को 15 दिन में भीतर ठीक किया जाय। कहा कि गांव के आम रास्ते गांववासियों की लाइफलाइन है। इन रास्तों से गांव के बुजुर्ग व्यक्ति, बच्चे कई बार आते जाते है। किसी भी दशा में गाँव का संपर्क मार्ग बाधित नही होना चाहिए। पैदल रास्तों के स्लोप सामान्य बनाया जाय जिससे लोग व जानवर दोनों भी आ जा सके। जिलाधिकारी ने तीनों उपजिला अधिकारी को निर्देशित किया कि आपदा प्रभावित गाँव में पूर्ण क्षति का मुआवजा प्राप्त करने के बावजूद कई परिवार अभी भी क्षतिग्रस्त भवनों, गाड़ गधेरे के आस पास में रह रहे परिवारों को एक सप्ताह के भीतर सर्वे कर नोटिस दिया जाय। नागजगई गांव के तेलसा कस्बे में पीएमजीएसवाई की लमगौडी-तिनसोली मोटरमार्ग के स्कप्पर से गांव में पानी आने से खतरा बना हुआ है, इस संबंध में पीएमजीएसवाई को 03 दिन भीतर के सर्वे कर पानी को पुराने गधेरे से निकालने व स्कप्पर को अन्यत्र शिफ्ट करने के निर्देश दिये। राष्ट्रीय राजमार्ग की कटिंग से प्रभावित खेत , भवन की क्षति के आंकलन के लिये राजस्व व राष्ट्रीय राजमार्ग के अधिकारियों को संयुक्त निरीक्षण कर रिपोर्ट देने के भी निर्देश दिए। खाट गाँव मे नाली को दूसरी ओर शिफ्ट करने व गाँव की सुरक्षा हेतु सिंचाई विभाग को सर्वे कर रिपोर्ट देने, जामेश्वर मंदिर से आने वाले नालो व गधेरे को चैंनलाईजेशन करने के निर्देश दिए।
ग्राम उषाडा में दैवीय आपदा से क्षतिग्रस्त सड़क व गाँव की सुरक्षा हेतु सिंचाई व लोनिवि को सर्वे के रिपोर्ट देने के निर्देश दिए। इस अवसर पर अपरजिलाधिकारी रामजी शर्मा, मुख्यशिक्षा अधिकारी चित्रानंद काला, बेसिक विद्या शंकर चतुर्वेदी, उपजिलाधिकारी वरुण अग्रवाल, वृजेश तिवारी, ईई जितेन्द्र त्रिपाठी, लोनिवि मनोज भट्ट, जल संस्थान संजय सिंह सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।