भक्ति ही सबसे बड़ी शक्ति : जोशी

देहरादून। गंगा सेना ट्रस्ट द्वारा आयोजित शहीद राज्य आंदोलनकारियों, शहीद वीर सेनानियों एवं कोरोना काल के ग्रास बने लोगों की स्मृति में आयोजित श्रीमद् भागवत कथा यज्ञ के चौथे दिन कथा वाचक सुभाष जोशी ने हिरणकश्यप और प्रहलाद का वृतांत सुनाकर श्रद्धालुओं को भावविह्वल किया। पं. जोशी ने श्रद्धालुओं को हिरण्यकश्यप, भक्त प्रहलाद का वृतांत सुनाते हुए कहा कि भक्त पल्राद और नरसिंह संवाद से हम सबको प्रेरणा लेनी चाहिए। हिरण्यकश्यप के न चाहने के बावजूद भक्त प्रहलाद विष्णु भक्ति में लीन रहे। भक्ति से पुत्र को बिमुख करने के लिए पिता ने बेटे को हजारों यातनाएं दी लेकिन पल्राद भक्ति रस में खोया रहा और यातनाएं सहने के बावजूद भक्ति के मार्ग से विमुख नही हुआ। नरसिंह अवतार ने हिरणाकश्यप को मारकर सृष्टि से बुराई पर अच्छाई की जीत सृष्टि के सामने रखा इस अवसर पर गंगा सेना ट्रस्ट के संस्थापक अध्यक्ष सतीश सकलानी ने कहा कि कथा का आयोजन पूर्ण रूप से प्रशासन की गाईड लाइन के अनुसार किया जा रहा है। सोशियल डिस्टेंस का ध्यान रखा जा रहा है। पंडाल में पैलोथिन के प्रयोग पर प्रतिबंध है। सकलानी ने कहा कि कथा के संचालन हेतु दानदाताओं द्वारा लगातार ट्रस्ट का हैंसला बढ़ाया जा रहा है। गंगा सेना ट्रस्ट द्वारा गौ माता की सेवा करने हेतु जल्द ही एक गौशाला का निर्माण किया जा रहा है जिसका नाम ‘आदर्श गौशाला’ रखा जाएगा। इस गौशाला में बीमार एवं सड़कों पर भूखी प्यासी लावारिश घूम रही गायों का संरक्षण किया जाएगा। सुधीर जैन तिलक रोड़ वालों ने श्रीमद् भागवत के संचालन हेतु 21 हजार रुपये का दान दिया है। इसके लिए गंगा सेना ट्रस्ट ने उनका आभार जताया। इस अवसर पर प्रवीण गुसाई, सतीश सकलानी, मुकेश सकलानी, माकन लाल बेसरियाल, जयनारायण बहुगुणा, सोनू सकलानी, रविन्द्र गुनसोला, विजय पंवार, नित्यानंद भट्ट, शिव प्रकाश शुक्ला, अंजू कंडारी, सुमन चौहान, मीनाक्षी, त्रिशान्त गुप्ता, चारू चोपड़ा, सरला सेमवाल, बेजयन्ती जोशी समेत सैकडों श्रद्धालु मौजूद थे।