हाथरस की घटना को लेकर बाल्मीकि समाज में आक्रोश

देहरादून। वाल्मीकि समाज ने हाथरस की बेटी की बलात्कार के बाद मौत पर कैंडल मार्च निकाला कर विरोध जताया । केंडिल मार्च में मेयर सुनील उनियाल गामा भी हुए शामिल मंगलवार को उत्तराखंड बाल्मीकि समाज कल्याण समिति द्वारा हाथरस में बेटी के साथ हुए सामूहिक बलात्कार और जैसी दरिन्दगी दिखाई गई थी उसकी रीढ़ की हड्डी को तोड़ दिया गया था और उसकी जीभ तक को भी काट दिया गया था ताकि वह कोई बयान ना दे पाए ।इसके कारण वह जीवन की जंग हार गई पीड़िता को न्याय मिले इसके लिए उत्तराखंड बाल्मीकि समाज कल्याण समिति द्वारा समिति की प्रदेश अध्यक्ष डॉक्टर बबीता सहोत्रा आनंद के नेतृत्व में कैंडल मार्च निकाला गया । इस अवसर पर डॉक्टर बबीता ने
पीड़िता की मौत पर संवेदना व्यक्त करते हुए सरकार से आरोपितों को जल्द से जल्द गिरफ्तार कर फांसी देने की मांग की, ताकि और कोई इस तरह का अपराध न कर सके । उन्होंने कहा कि जिस तरह से निर्भया कांड के परिवार को केंद्र सरकार व सुप्रीम कोर्ट ने जो भी मदद सहायता दी थी संविधान के समानता के नियम के आधार पर वही सारी मदद सहायता हाथरस की बेेटी के मामले में परिवार को मिलनी चाहिए ज़ब तक सभी सहायताएं सुविधाएं सरकार देने का आदेश नहीं करती तब तक बाल्मीकि समाज का आंदोलन नही थमेगा। इस अवसर पर समिति के महामंत्री राजीव गोदियाल ने कहां की ऐसे दरिंदों को चौराहे पर फांसी पर लटकाना चाहिए । पार्षद योगेश ने कहां की बाल्मीकि समाज के हर बच्चे बच्चे में इस कांड से रोष है जब तक परिवार को न्याय नहीं मिलेगा हम लोग आवाज उठाते रहेंगे। इस अवसर पर जॉनी गोदियाल, मीनू चड्डा, कुसुम सहोत्रा, सतपाल, अजय, रोहित सहोत्रा, यशोदा देवी, सरिता देवी, प्रेमराज,शोभा, सुभाष बाल्मीकि, पिंकी, सुधीर, विकास,विनय, नितिन गोयल, रामकुमार चौटाला, किशोर भगत, धीरज गोदियाल, पंकज रोहित, रोहित गोयल, सुभाष बाल्मीकि, सौरभ राय, राजीव कनौजिया, राजा कॉर्डियाल, निखिल कुमार, निशांत, मयंक, सोनू घोशल, विशाल चौहान, निखिल टांक आदि थे।