कभी भीम के लिए अलग से आयोजित हुई थी लाई मेला

ऊखीमठ। कालीमठ घाटी की सीमान्त ग्राम पंचायत चौमासी से लगभग दो किमी दूर भुलाणी के सुरम्य मखमली बुग्यालों में लाई मेले का आयोजन किया गया जिसमें लगभग 36 भेड़ पालकों, 1400 भेड़ों व ग्रामीणों ने प्रतिभाग किया। लाई मेले में पशुपालन विभाग द्वारा भेड़ प्रदर्शनी में प्रथम, द्वितीय व तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले सहित 31 भेड़ पालकों को सम्मानित किया गया।

लोक मान्यताओं के अनुसार मखमली बुग्यालों में छह माह प्रवास करने वाले भेड़ पालकों द्वारा प्रतिवर्ष भाद्रपद की पांच गते को लाई मेले का आयोजन किया जाता है मगर लाई मेले के आयोजन के समय भीम के गुरु शिक्षा लेने में व्यस्त रहने के कारण कुन्ती के आग्रह पर भेड़ पालकों द्वारा भीम के लिए अलग से लाई मेले का आयोजन किया गया, इसी परम्परा के तहत सोमवार को कालीमठ घाटी के चौमासी गाँव के भुलाणी बुग्यालों में भव्य लाई मेले का आयोजन किया गया।

लाई मेले में  मुख्य अतिथि  केदारनाथ विस क्षेत्र के विधायक मनोज रावत ने कहा कि भेड़ पालन व्यवसाय सीमान्त गाँवों का मुख्य व्यवसाय है। उन्होंने कहा कि पूर्व में सभी ग्रामीण भेड़ पालन व्यवसाय पर ही निर्भर रहते थे, मगर संसाधनों के अभाव में भेड़ पालन व्यवसाय में गिरावट आना चिन्ता का विषय है। विधायक मनोज रावत ने चौमासी गाँव में विधायक निधि से निर्मित सामुदायिक मिलन केन्द्र के प्रथम तल का लोकार्पण करते हुए कहा कि सामुदायिक मिलन केन्द्र का लाभ हर स्वयं सहायता समूह को मिलेगा। लाई मेले में शिरकत करते हुए प्रधान संगठन ब्लॉक अध्यक्ष सुभाष रावत ने कहा कि भेड़ पालन व्यवसाय हमारी पूर्वजों की धरोहर है। क्षेत्र पंचायत सदस्य बलवीर रावत ने कहा कि लाई मेला हमारी पौराणिक धरोहर है इसे जीवित रखने के सामूहिक पहल होने चाहिए। प्रधान चौमासी मुलायम सिंह तिन्दोरी ने कहा कि आने वाले समय में सभी ग्रामीणों की पहल पर लाई मेले को भव्य रुप दिया जायेगा । डा श्रुति मर्तोलिया ने कहा कि कालीमठ घाटी में पशुपालन व्यवसाय की अपार सम्भावनाये है। लाई मेले में आयोजित भेड़ प्रदर्शनी में जाल तल्ला निवासी हेमा देवी की भेड़ ने 1400 भेड़ों में प्रथम स्थान प्राप्त किया जबकि भेड़ प्रदर्शनी समूह में मुकेश राणा प्रथम, प्रकाश सिंह द्वितीय व अनूप सिंह तृतीय स्थान पर रहे! पशुपालन विभाग द्वारा प्रथम, द्वितीय व तृतीय स्थान प्राप्त करने वालों के साथ ही 31 भेड़ पालकों को सम्मानित किया गया।

इस मौके पर प्रधान कोटमा आशा सती कुणजेडी दिलवर सिंह रावत, जाल मल्ला त्रिलोक रावत, पूर्व प्रधान दलवीर सिंह तिन्दोरी, लक्ष्मण सिंह सत्कारी, सुरेन्द्र सिंह तिन्दोरी, प्रदीप राणा, दिनेश सत्कारी सन्तोष नेगी, सन्दीप झिक्वाण, सत्या नन्द भटट्, यशवन्त सत्कारी, राय सिंह रावत, रोबिन चौहान, सौरभ गुसाईं, महिपाल कुवर, उमेद सिंह रावत, महादेव सिंह धिरवाण, मुकेश राणा, रणजीत तिन्दोरी, योगम्बर सिंह तिन्दोरी, दिगम्बर गुसाईं, कर्मवीर कुवर, सर्वेश तिन्दोरी, राम सिंह तिन्दोरी, भगत सिंह तिन्दोरी सहित कई भेड़ पालक, जनप्रतिनिधि व ग्रामीण मौजूद थे।

लक्ष्मण सिंह नेगी।

वरिष्ठ पत्रकार, ऊखीमठ।

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