ग्रामीणों ने आत्मनिर्भर होने के तरीके सीखें

रुद्रप्रयाग । भारतीय स्टेट बैंक ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान रुद्रप्रयाग द्वारा अक्टूबर माह में उखीमठ ब्लाॅक ब्लाॅक के दूरस्थ गांवों में जाकर महिलाओं तथा बेरोजगार युवाओं को स्वरोजगार हेतु प्रशिक्षण का कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। एसबीआई आरसेटी द्वारा उखीमठ ब्लाॅक के दूरस्थ गांव गडगू में स्वयं सहायता समूह व बेरोजगार युवक युवतियों को अचार पापड, जैम जैली, जूस आदि बनानें का प्रशिक्षण दिया गया। गांधी जयन्ती दो अक्टूबर से प्रशिक्षण कार्यक्रम की शुरूवात की गयी। दोअक्टूबर को गडगू गांव में प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्घाटन जिला अग्रणी बैक प्रबन्धक एसके शर्मा व खण्ड विकास अधिकारी दिनेश चंद्र मैठाणी एवं आरसेटी के निदेशक विनोद कुमार गुप्ता द्वारा किया गया।प्रशिक्षण का समापन रविवार 11 अक्टूबर को हो गया। प्रशिक्षण के दौरान एनआरएलएम की महिलाओं और उन्नित योजना के तहत चयनित युवाओं को दस दिवसीय फूड प्रोसेसिंक का प्रशिक्षण दिया जिसमें 20 प्रतिभागियों ने भाग लिया। प्रशिक्षण के दौरन ग्रमीणों को जूस , जैम, जैली, अचार , पापड तैयार करनें के साथ ही उद्यमिता विकास मार्केटिंग मैनेजमेंट, मार्केट सेर्वे रिस्क मैनेजमेंट सहित उद्यमिता से जूड़े कई महत्वपूर्ण पहलुओं पर जानकारी दी गयी। साथ दस दिवसीय प्रशिक्षण मेंआरसेटी के प्रशिक्षक वीरेन्द्र बत्र्वाल द्वारा प्रशिक्षणार्थियों को स्थानीय स्वरोजगार की संभाावनाओं एवं उद्यमिता विकास, मार्केटिंग, समय प्रबन्धन ,प्रभावी संचार की जानकारी दी गयी, वहीं राजकीय फल संरक्षण केंद्र गुप्तकाशी नाला के सुपरवाइर मास्टर ट्रेनर अखिलेष तिनशोला द्वारा महिलाओं को विभिन्न प्रकार के अचार जैम, चटनी, आदि उत्पाद बनाकर तथा उनके द्वारा प्रैक्टील कर सिखाया गया।

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प्रशिक्षण में सभी प्रतिभागियों द्वारा गहन रूचि दिखयी गयी। वहीं प्रशिक्षण कार्यक्रम के अंतिम दिन प्रशिक्षण के मूल्याकंन हेतु नेशनल एकेडमी आरसेटी बैंगलोर द्वारा चयनित मूल्यांकनकर्ताओं द्वारा प्रशिक्षण का मूल्यांकन किया जिसमें उनके द्वारा प्रशिक्षण कार्यक्रम के मूल्यांकन के बाद सभी प्रतिभागियों को प्रशिक्षण को अच्छे ढंग से सिखनें समझनें की सरहाना की गयी। कार्यक्रम के समापन अवसर पर अवसर पर जिला अग्रणी बैंक प्रबन्धक द्वारा कहा गया कि वर्तमान परिस्थितियों में जबकि नौकरी के अवसर कम होते जा रहे हैं और बेरोजगारी विकराल रूप धारण करती जा रही है। इन परिस्थिितियों में स्वरोजगार ही एक मात्र उपाय है। वहीं समापन अवसर पर आरसेटी के निदेशक बी0के गुप्ता द्वारा कहा कि बेरोजगार युवक युवतियां स्थानीय परिस्थितियों के अनुरूप अपना स्वयं का रोजगार स्थापित कर अपनी आजिविका चला सकते। तथ स्थानीय उत्पादों और ओरगर्निक उत्पादों की और ध्यान देने की जरूरत आरसेटी द्वारा चलाये जा रहे प्रशिक्षणों के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि आरसेटी द्वारा चलाये जा रहे विभिन्न प्रकार के निशुल्क प्रशिक्षण प्राप्त कर बेरोजगार युवाओं को अपने उद्यम चलाने तकनीकी जानकारियां हासिल होंगी।

इस अवसर जिला पंचायत सदस्य कालिमठ वार्ड विनोद राणा ने आरसेटी रुद्रप्रयाग द्वारा दिये जाने वाले प्रशिक्षण की प्रसंसा करते हुए कहा कि प्रशिक्षण काफी ज्ञानवर्धक था तथा इस प्रशिक्षण के बाद अधिकांश युवक युवतियां अपना स्वयं का व्यवसाय शुरू करेंगे। वहीं इस अवसर पर पूर्व सहायक महाप्रबन्धक राजेन्द्र प्रसाद, मूल्यांकनकर्ता आरसेटी चमोली के पूर्व निदेशक बचन पाल, प्रधान ग्राम सभा गडगू विक्रम सिंह नेगी आरसेटी के प्रशिक्षक वीरेन्द्र बत्र्वाल, सहित आरसेटी रूद्रपय्राग के प्रवीन कप्रवाण, तथा प्रशिक्षण ले रही सरीता देवी, गीता देवी, अखिलेश, सुदीप, मनीष प्रवीण,प्रदीप वन्दना, रोशनी, प्रियंका देवी, अंजली ,रंजू देवी ,सागरा देवी आदि उपस्थित थे।

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