उक्रांद ही कर सकता है राज्य का चहुंमुखी विकास : भट्ट

देहरादून ।  उक्रांद अध्यक्ष दिवाकर भट्ट ने  कहा कि राज्य की सबसे ज्वलन्त समस्या पलायन है। पत्रकारों से वार्ता करते हुए उक्रांद के प्रदेश अध्यक्ष दिवाकर भट्ट ने कहा कि पलायन की समस्या  से निजात पाने, बेहतर शिक्षा, स्वास्थ्य सेवाओं की सुविधाओं के लिए अलग राज्य की मांग की थी। राज्य तो बना लेकिन समस्याएं जस की तस बनी हुई है। भट्ट ने कहा कि पहाड़ से न तो पलायन रुका, न शिक्षा  व्यवस्था और न स्वास्थ्य व्यवस्था सही हुई। राज्य बनने के 20 वर्ष बाद भी समस्या जस की तस बनी हुई है। इसके लिये  भाजपा और कांग्रेस  जिम्मेदार हैं। भट्ट ने कहा कि राज्य आंदोलन के दौरान इन दोनों पार्टियों ने ही आन्दोलन को कुचलने का काम  करते  थे। भट्ट ने कहा कि उक्रांद राज्य के विकास की सोच रखता है, राज्य की मूल समस्या को हल करना जानता है। उन्होंने कहा कि उक्रांद सत्ता में आया तो वह राज्य के लोगों को बिजली पानी  मुफ्त देगा। शिक्षा को उच्चीकरण करके मुफ्त शिक्षा प्रदान करेगा। पहाड़ परख नीतियों से  पहाड़ के युवााओं को रोजगार मुहैया करायेगा। उन्होंनेे कहा की उक्रांद मुफ्त इलाज के लिये राज्य वासियों के लिये स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध करायेगा। गाँवों को बचाने के लिये वहां के युवाओं को उक्रांद रोजगार देगा। भट्ट ने कहा कि राज्य में जल की कमी नहीं है। यही से छोटी परियोजनाओं को विकसित करके स्थानीय लोगो को रोजगार देगा। हर्बल के क्षेत्र में आपार संभवानायं है। राज्य को हर्बल हब बनाकर रोजगार देगा। लघु कुटीर उद्योग और सहकारिता को मजबूत करके राज्य के व्यक्ति को स्वालंबी बनायेगा। उन्होंने कहा कि जनता इस बार उक्रांद को मौका देती है तो लोगों ने राज्य की जो परिकल्पना की थी वो राज्य को सवारने का काम दल करेगा। भट्ट ने कहा कि 28 व 29 अक्टूबर को रुद्रप्रयाग में होने वाली दो दिवसीय केंद्रीय कार्यकारिणी की बैठक में नीतिगत,दल के कार्यक्रम अन्य सभी विषयों पर चर्चा करके समाधान निकाला जायेगा। प्रेस वार्ता में लताफत हुसैन, एपी जुयाल, सुनील ध्यानी, प्रह्लाद सिंह रावत  आदि उपस्थित थे।

 

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