मन्दाकिनी और मधुगंगा के मिलनस्थल पर हुआ नदी-उत्सव का आयोजन
जनमंच टुडे।ऊखीमठ। राजकीय महाविद्यालय गुप्तकाशी रुद्रप्रयाग में नमामि गंगे कार्यक्रम के अंतर्गत नदी-उत्सव का आयोजन किया गया। नदी-उत्सव का यह कार्यक्रम भगवान केदारनाथ तथा मद्महेश्वर धाम से निकलने वाली मन्दाकिनी तथा मधुगंगा के मिलनस्थल त्रिवेणी में आयोजित किया गया। नदी-उत्सव के अंतर्गत जनजागरूकता रैली, रन फॉर गंगा, मन्दाकिनी और मधुगंगा के तटवर्ती क्षेत्र में स्वच्छता अभियान व गंगा आरती कार्यक्रम आयोजित किये गए। सर्वप्रथम प्राचार्य ने जागरूकता रैली व Run For Ganga को हरी झंडी दिखाकर नदी-उत्सव की शुरुआत की। रैली महाविद्यालय परिसर से प्रारम्भ होकर मन्दाकिनी तथा मधुगंगा के मिलनस्थल त्रिवेणी में सम्पन्न हुयी। जहाँ प्राध्यापकों सहित छात्र-छात्राओं ने मन्दाकिनी व मधुगंगा के तट की सफाई की। नदियों के किनारे पड़े कूड़े को प्लास्टिक के बैग में भरकर एकत्रित कर निस्तारित किया। मन्दाकिनी तट पर गंगा आरती के साथ ही नदी -उत्सव संगोष्ठी का आयोजन किया गया। संगोष्ठी में महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो पी एस जंगवाण ने छात्रों को सम्बोधित किया कि नदी-उत्सव द्वारा भारत की नदियों को जानना,उनके सांस्कृतिक महत्त्व से अवगत होना, नदियों को प्रदूषण मुक्त करना तथा गंगा से जुड़े विकास कार्यों को बढ़ावा देना आदि उद्देश्यों को संपादित किया जाना है। उन्होंने बताया कि संयुक्त राष्ट्र ने नमामि गंगे मिशन को जैवविविधता को restore करने वाले दुनिया के top ten initiatives में शामिल किया है। इस अवसर पर प्राचार्य ने कहा कि नमामि गंगे कार्यक्रम के तहत त्रिवेणी के समीपस्थ फैले विरल वन को पौधरोपण द्वारा सघन वन के रूप में संवर्धित व संरक्षित किया जायेगा।नोडल अधिकारी डा गणेश भागवत ने गंगा ,मन्दाकिनी व मधुगंगा के बारे में ऐतिहासिक व सांस्कृतिक जानकारी से अवगत कराया। संगोष्ठी में सभी प्राध्यापकों ने नदी संरक्षण हेतु अपने विचार प्रस्तुत किये।