जोशीमठ में 849 मकानों पर पड़ी दरारें

जनमंच टुडे।देहरादून।  सचिव आपदा प्रबन्धन डाक्टर रंजीत कुमार सिन्हा ने  कहा कि सरकार जोशीमठ आपदा पीड़ितों के लिए सभी सुविधाएं उपलब्ध करा रही है।उन्होंने कहा कि अभी तक 849 भवनों में दरारें आई हैं और 865 प्रभावितों को विस्थापित किया गया है।जोशीमठ नगर क्षेत्र में हो रहे भू-धंसाव एवं भूस्खलन के उपरान्त राज्य सरकार द्वारा किये जा रहे राहत एवं बचाव, स्थायी/अस्थायी पुनर्वास आदि  कार्यो की मीडिया को जानकारी दी। उन्होंने कहा कि जोशीमठ में निकलने वाले पानी का लेबल घटकर  अब 100 एलपीएम हो गया है। सचिव आपदा प्रबन्धन ने  जोशीमठ में कार्यरत विभिन्न तकनीकी संस्थानों के निदेशकों, वैज्ञानिकों से आग्रह किया है कि प्रभावित क्षेत्र का तत्काल अध्ययन करते हुए अध्ययन रिपोर्ट जल्द से जल्द उपलब्ध करायी जाय। जोशीमठ में भू-धसांव का अध्ययन समयबद्ध तरीके से हो। विभिन्न तकनीकी संस्थान अपनी अध्ययन रिपोर्ट एक दूसरे से साझा करें। सचिव आपदा प्रबन्धन ने जानकारी दी कि अस्थायी रूप से चिन्हित राहत शिविरों में जोशीमठ में कुल 615 कक्ष हैं जिनकी क्षमता 2190 लोगों की है। पीपलकोटी में 491 कक्ष हैं जिनकी क्षमता 2205 लोगों की है। अभी तक 849 भवनों में दरारें दृष्टिगत हुई है। सर्वेक्षण का कार्य गतिमान है। गांधीनगर में 01, सिंहधार में 02, मनोहरबाग में 05, सुनील में 07 क्षेत्र / वार्ड असुरक्षित घोषित किए गए हैं। 181 भवन असुरक्षित क्षेत्र में स्थित है। 258 परिवार सुरक्षा के दृष्टिगत अस्थायी रूप से विस्थापित किये गये हैं। विस्थापित परिवार के सदस्यों की संख्या 865 है।

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