भाजपा की कथनी और करनी में भारी अंतर : जायसवाल
जनमंच टुडे। देहरादून। देश में छिड़ी भारतीय संविधान को बदलने की बहस पर भीम आर्मी एकता मिशन के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष जीआर जायसवाल ने कहा कि भाजपा की कथनी और करनी में भारी अंतर है। उन्होंने कहा कि एक तरफ तो सरकार आजादी का अमृत महोत्सव चला रही है , वहीं दूसरी तरफ देश में वैमनस्य पैदा करना चाहती है। उन्होंने कहा कि बीजेपी जब भी सत्तासीन हुई है उसने भारतीय संविधान की मूल भावना पर प्रहार करके नए संविधान की चर्चा छेड़ी है। इस अति संवेदनशील मुद्दे पर पीएम कार्यालय से फिर से संविधान बदलने की नई बहस शुरू हुई है। इसलिए प्रधानमंत्री को देश के सामने आकर बताना चाहिए की आखिर डॉ बाबा साहेब भीमराव अम्बेडकर के बनाए भारतीय संविधान से क्या कमी रह गई है । भीम आर्मी एकता मिशन और सभी बहुजन संगठन डॉ बाबा साहेब भीमराव अम्बेडकर के बनाए भारतीय संविधान के खिलाफ किसी भी तरह का षड्यंत्र किया गया तो वह इसका मुंहतोड़ जवाब देगी। उन्होंने कहा कि संविधान बदलने की नई बहस और सियासत पर प्रधानमंत्री को अपनी चुप्पी तोड़नी चाहिए। वहीं जो लोग भारतीय संविधान पर ऊंगली उठा रहे हैं उन पर तत्काल कार्रवाई की जानी चाहिए। जायसवाल ने कहा कि भारतीय संविधान की प्रस्तावना में ही इसका मूल है जो देश को अमन- चैन, सौहार्द,तरक्की और सबका साथ सबका विकास की ओर ले जाने के लिए प्रेरित करता है। उन्होंने कहा कि बीजेपी का उद्देश्य RSS संघ का सामाजिक, आर्थिक, धार्मिक और शैक्षणिक छुपा हुआ एजेंडा पूरा करना है।