देश को कुष्ठ रोग मुक्त करने के लिए मिलकर काम करना होगा
जनमंच टुडे।गोपेश्वर। जनपद के नंदानगर के सुतोल हाईस्कूल में कुष्ठ उन्मूलन और जन जागरूकता कार्यक्रम के तहत सभी छात्र-छात्राओं को कुष्ठ रोग के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी दी गई। जागरूकता कार्यक्रम में जिला स्वास्थ्य शिक्षा एवं संचार मैनेजर उदय सिंह रावत ने बताया कि जिस तरह से हमने अपने देश को चेचक और पोलियो मुक्त बनाया है, उसी तरह से हमें भारत को कुष्ठ रोग मुक्त करने के लिए मिलकर काम करना है, किसी भी अंधविश्वास मिथक और गलत धारणा पर विश्वास ना करें कोई भी व्यक्ति कुष्ठ रोग से पीड़ित हो सकता है। कुष्ठ रोग का उपचार एमडीटी दवा से होता है उपचार के द्वारा ही कुष्ठ रोग को फैलने से रोका जा सकता है। कुष्ठ रोग का उपचार सरकारी स्वास्थ्य केन्द्रों व अस्पतालों में निशुल्क उपलब्ध है। रोग की शीघ्र पहचान और उपचार विकलांगता से बचाती है,यदि आपको किसी व्यक्ति की त्वचा पर दाग या अन्य कुष्ठ रोग के लक्षण दिखाई देते हैं तो उन्हें डॉक्टर से जांच करवाने के लिए प्रोत्साहित करें, कुष्ठ रोग का इलाज संभव है कुष्ठ रोग का समय पर इलाज विकृतियों से बचाता है।