राज्य के विकास के लिए महिलाओं का योगदान जरुरी : धामी
जनमंच टुडे। बागेश्वर। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आज बागेश्वर के कपकोट में राज्य की महिला सशक्तिकरण और लोक संस्कृति को बढाने के लिए ‘चेली ब्वारयूं‘ कौथिग का शुभारंभ किया। कौथिग में चेली-ब्वारी कौतिक मातृशक्ति उत्सव में महिलाओं को स्वालंबी,आत्मनिर्भर और राज्य की आर्थिकी में विशेष योगदान देने के लिए सम्मानित किया गया। इस दौरान मुख्यमंत्री पुष्कर सिह धामी ने कहा कि राज्य के विकास के लिए महिलाओं का योगदान बहुत जरुरी है। उन्होंने कहा कि मातृ शक्ति के सहयोग से ही राष्ट्र का संपूर्ण विकास होगा। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि महिलाओं के संघर्ष को भुलाया नहीं जा सकता है। मातृशक्ति के बिना विकास की कल्पना अधूरी है। जिस राष्ट्र की मातृशक्ति शिक्षित होगी वह देश अवश्यक विकसित होगा। प्रदेश में मतातंरण कानून लागू कर लव जिहाद को समाप्त किया गया। समान नागरिकता कानून शीघ्र लागू होगा। बाहरी लोगों के भूमि खरीद पर रोक लगेगी। व्यवसायिक उपयोग के लिए ही जमीन दी जाएगी। उसकी जांच भी कराएंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि विदेशों में उत्तराखंड के हथकरघा और हस्तकला की मांग बढ़ती जा रही है। हम राज्य की कलाओं को संरक्षण और संवर्धन के साथ ही बेहतर ब्रांडिंग और मार्केटिंग पर भी कार्य रहे हैं जिससे उत्पादों के उचित दाम मिल सके।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस दौरान लगभग 99 करोड़ 78 लाख से अधिक लागत वाली 37 योजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण भी किया। उन्होंने कहा कि बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ के लक्ष्य को आगे बढ़ाते हुए उत्तराखंड चहुमुंखी विकास कर रहा है। बेटी दो-दो घरों को जोड़ने का काम करती है। हमारी संस्कृति में कन्यादान करते हैं। यह सबसे बड़ा पूण्य है। कन्यादान से पहले बेटी को शिक्षा का दान देें। उन्हें शिक्षित करने के साथ ही आत्मरक्षा के क्षेत्र में आगे बढ़ाएं। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड हर क्षेत्र में आगे बढ़ रहा है। महिलाओं को सुरक्षा के साथ सशक्तिकरण की दिशा में आत्मनिर्भर बना रहे हैं। प्रदेश सरकार ने विभिन्न योजनाओं को महिलाओं के लिए लागू किया है। राज्य हित में जो भी निर्णय लेने होंगे वह सरकार लेगी।