पुल के लिए सड़क पर उतरे व्यापारी
जनमंच टुडे। बागेश्वर। नगर व्यापार मंडल का बाजार बंद पूरी तरह सफल रहा। सुबह कुछ दुकानें खुली। जिन्हें व्यापारियों ने बंद कराया। इस दौरान तीखी नोकझोंक भी हुई। हालांकि बाद में वह दुकानें भी बंद करा ली गईं। व्यापारियों ने नुमाइशखेत मैदान से जोरदार जुलूस निकाला। एसबीआइ तिराहे पर शासन-प्रशासन का पुतला फूंका। कहा कि एक वर्ष से झूला पुल बंद है। कई बार लिखित, मौखिक वार्ता के बावजूद पुल को लेकर कोई ठोस कार्रवाई नहीं हो सकी। विरोध में बाजार बंद करना पड़ा। जिससे व्यापारियों समेत गांवों से आए लोग, यात्री और अन्य लोगों को चाय, पानी, भोजन तक नसीब नहीं हो सका।अंग्रेजों के जमाने में सरयू नदी पर बने झूला पुल को 111 वर्ष हो गए हैं। पुल जर्जर हालत में है। जिसे खोलने से बड़ी घटना की संभावना है। जिसको लेकर जिला प्रशासन ने दिल्ली से विशेषज्ञों की टीम बुलाई। जांच आदि के बाद पुल को बंद रखने का निर्णय लिया। हालांकि जिला प्रशासन पुल की मरम्मत के लिए लगातार प्रयास कर रहा है। वहीं, व्यापार मंडल एक वर्ष से पुल बंद होने से लंबे समय से आंदोलित है। मंगलवार को व्यापारियों का गुस्सा सातवें आसमान पर था। व्यापार मंडल अध्यक्ष कवि जोशी के नेतृत्व में व्यापारियों ने जुलूस निकाला और पुतला फूंका। कहा कि जिला प्रशासन समय रहते पुल की मरम्मत कर ले। यह ऐतिहासिक बंद है। यदि शीघ्र कार्रवाई नहीं हुई तो विरोध बढ़ेगा और आंदोलन तेज होगा। बंद के दौरान व्यापारियों ने तहसील पर सांकेतिक धरना दिया। उन्होंने राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन उपजिलाधिकारी मोनिका को सौंपा। कहा कि जब तक जिला प्रशासन लिखित नहीं देगा वह मानने वाले नहीं है। प्रशासन बताए कि कब तक मरम्मत होगी और कब से आवागमन सुचारू होगा। उन्होंने कहा कि यदि पुल नहीं खुला तो वह आंदोलन जारी रखेंगे। जिसकी पूरी जिम्मेदारी शासन-प्रशासन की होगी। व्यापार मंडल के नगर अध्यक्ष कवि जोशी ने कहा कि जिला प्रशासन यदि झूला पुल की मरम्मत और खुलने की तिथि घोषित नहीं करता है तो 13 जनवरी से बाजार पूर्ण रूप से बंद कर दिया जाएगा। उत्तरायणी मेले और राजनीतिक मंचों के साथ ही वीवीआइपी और वीआइपी का भी सामूहिक बहिष्कार किया जाएगा। जिलाधिकारी अनुराधा पाल के अनुसर तीन माह में झूला पुल पर अंतिम निर्णय ले लिया जाएगा। इस बात की जानकारी व्यापारी संघ के अध्यक्ष कवि जोशी और पूर्व अध्यक्ष हरीश सोनी को दे दी गई है। बावजूद बाजार बंद करना गलत है। व्यापारियों के हितों की चिंता है। क्षतिग्रस्त पुल को तत्काल खोलकर जनता की जान से खिलवाड नहीं किया जा सकता है। विधायक पार्वती दास ने कहा कि झूला पुल के लिए मुख्यमंत्री ने 18 लाख रुपये स्वीकृत कर दिए हैं। धनराशि से पुल का बनाने की सामग्री आदि खरीदा जा सकेगा। यह प्रथम चरण की धनराशि है। जिला प्रशासन ने आगणन भेजा था। तीन महीने का समय पुल की मरम्मत में लगेगा। लोनिवि के अधिशासी अभियंता धन सिंह कुटियाल से भी वार्ता हुई है। विधायक प्रतिनिधि गौरव दास ने का कि पुल बंद होने से सभी लोग प्रभावित हैं। वर्तमान में तीन मोटर पुल से आवागमन हो रहा है।