पारंपरिक अनाज को अगली पीढ़ी तक ले जाना सबकी जिम्मेदारी : रावत
जनमंच टुडे। रुद्रप्रयाग। गढ़वाल सांसद तीरथ सिंह रावत ने विकसित भारत संकल्प यात्रा के तहत रैंतोली स्थित प्राथमिक स्कूल में आयोजित सम्मान समारोह में उज्जवला योजना के तहत 21 लाभार्थियों को कनेक्शन एवं अपने क्षेत्र में बेहतर कार्य कर रहे महिला समूहों को भी सम्मानित किया। साथ ही विभिन्न विभागों द्वारा लगाए गए स्टालों का निरीक्षण कर पहाड़ी उत्पाद भी खरीदे।विकसित भारत संकल्प यात्रा की शपथ ग्रामीणों को दिलाते हुए सांसद तीरथ सिंह रावत ने कहा कि आजादी के 100 वर्ष पूरे होने तक देश के यश्स्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश को विकसित देशों में शामिल करने का लक्ष्य लिया है। लेकिन इसकी शुरूआत अभी से करनी होगी। इस लक्ष्य की प्राप्ति के लिए देश के अंतिम व्यत्ति का विकास होना उसके पास रोजगार होना जरूरी है। इसी उद्देश्य के साथ विकसित भारत संकल्प यात्रा के तहत अंतिम व्यक्ति तक जन कल्याणकारी योजनाओं का लाभ पहुंचाने का प्रयास हो रहा है। उन्होंने कहा कि जी-20 सम्मेलन में दुनिया भर को पहाड़ी कोदा- झंगोरा खाने में परोसा गया। इससे हमारे पहाड़ी आर्गेनिक खाने को पूरी दुनिया में पहचान मिली है एवं इसका सीधा प्रभाव हमारे किसानों की आर्थिक स्थिति पर पड़ेगा। कोदा- झंगोरा सहित मोटे अनाज की मांग लगातार बढ़ती जा रही है। हमारे इस पारंपरिक अनाज को अगली पीढ़ी तक ले जाना हमारी जिम्मेदारी है। सांसद तीरथ सिंह ने कहा कि किसानों की आय बढ़ाने के लिए आने वाले समय में देश में आधुनिक तकनीकि से खेती पर जोर दिया जा रहा है।