पर्यावरण को लेकर हमें गम्भीर होना होगा : बिष्ट

जनमंच टुडे।अल्मोड़ा। अल्मोड़ा के सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय में जलवायु परिवर्तन पर दो दिवसीय राष्ट्रीय कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है। कार्यशाला का शुभारंभ करते हुए कुलपति प्रोफेसर सतपाल सिंह बिष्ट ने कहा कि पर्यावरण में हो रहे निरंतर परिवर्तन से कई समस्याएं और चुनौतियां सामने आई हैं। जलवायु परिवर्तन होने से पूरी दुनिया पर इसका असर पड़ा है। इसलिए पर्यावरण के विषय पर हमें गम्भीर होना होगा। वनस्पति विज्ञान विभाग के विभागाध्यक्ष डॉक्टर धनी आर्या ने कहा कि जलवायु परिवर्तन का असर मानव जीवन में पड़ रहा है, ठीक से वर्षा, व बर्फबारी न होने से पहाड़ के किसानों की आजीविका भी प्रभावित हो रही है। जी बी पंत पर्यावण संस्थान कोसी कटारमल अल्मोड़ा के प्रोफेसर सुनील नौटियाल ने कहा कि हिमालय में जब तक हिम रहेगा तब तक हिमालय रहेगा। उन्होंने कहा कि पिछले 40 वर्षो में लगभग 4 सौ 40 अरब टन ग्लेशियर पिघल चुके हैं और पूरी दुनिया से 20 अरब टन ग्लेशियर प्रतिवर्ष पिघल रहे हैं जो कि चिंता का विषय है। उन्होंने कहा कि हमें हिमालय को बचाने के लिए योगदान देना होगा।

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