केदारनाथ सीट पर भाजपा की जीत
केदारनाथ। पीएम मोदी की प्रतिष्ठा और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की मेहनत वाली केदारनाथ सीट के उप चुनाव का फैसला भाजपा के पक्ष में आया है। कांग्रेस पार्टी केदारनाथ में बदरीनाथ व मंगलौर उपचुनाव का इतिहास नहीं दोहरा सकी। 5 हजार से अधिक अंतर से भाजपा केदारनाथ उपचुनाव जीत गयी। बदरीनाथ व मंगलौर उपचुनाव की हार के बाद केदारनाथ की जीत भाजपा के लिए बहुत मायने रखती है। निर्दलीय त्रिभुवन चौहान ने लगभग 10 हजार मत पाकर अपनी दमदार मौजूदगी दर्ज कराई है। कुल 14 राउंड की गिनती के बाद भाजपा प्रत्याशी आशा नौटियाल ने 5 हजार मतों से अंतर से उपचुनाव जीता। केदारनाथ विधानसभा उपचुनाव में भाजपा प्रत्याशी आशा नौटियाल ने कांग्रेस प्रत्याशी मनोज रावत को हराकर जीत हासिल की है। भाजपा ने 5623 वोटों के अंतर से जीत दर्ज की। भाजपा प्रत्याशी आशा नौटियाल को 23814 वोट मिले। वहीं, कांग्रेस प्रत्याशी मनोज रावत को 18191 मत प्राप्त हुए हैं।केदारनाथ विधानसभा सीट पर अब तक पांच बार महिला विधायक चुन कर आई हैं। सबसे पहले वर्ष 2002 में विधानसभा चुनाव में भाजपा की ओर से आशा नौटियाल विजयी रही। जबकि वर्ष 2007 में भी आशा नौटियाल दुबारा चुन कर आई। वहीं वर्ष 2012 में आशा नौटियाल को हार का मुंह देखना पड़ा, लेकिन इस बार कांग्रेस प्रत्याशी शैला रानी रावत चुनाव जीत गई। महिला को जिताने का सिलसिला बना रहा। वर्ष 2022 में एक बार फिर से शैलारानी महिला विधायक के रूप में जीत दर्ज करने में सफल रही। वहीं इस बार फिर से भाजपा की ओर से महिला प्रत्याशी के रूप में आशा नौटियाल ने जीत दर्ज की है।