देहरादून में भारी बारिश से 13 लोगों की मौत, 16 लापता

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देहरादून। सोमवार रात हुई मूसलाधार बारिश ने देहरादून और आसपास के क्षेत्रों में भार्री तबाही मचाई है। सहस्रधारा के पास कारलीगढ़ में अतिवृष्टि से भारी नुकसान हुआ है।अतिवृष्टि के कारण देहरादून में 13 व्यक्तियों की मृत्यु हो गई है जबकि लोग 16 लापता है जिनकी सरगर्मी से तलाश की जा रही है। अतिवृष्टि के कारण देहरादून के विभिन्न क्षेत्रों में जनहानि, पशु हानि, सरकारी एवं निजी संपत्तियों को भारी नुकसान पहुंचा है। सड़क, संपर्क मार्ग, पुल, पुलिया क्षतिग्रस्त होने से जनजीवन बुरी तरह से प्रभावित हुआ है।  एसडीआरएफ और एनडीआरएफ के साथ क्विक रिस्पांस टीमें तैनात की गई है। रेस्क्यू कार्य के लिए जो भी आवश्यकता पड रही है, उस पर तत्काल कार्रवाई अमल में लाई जा रही है। एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की मदद से कार्लीगाड में फंसे 70 लोगों को सुरक्षित रेस्क्यू कर लिया गया है। आपदा से आवासीय भवन, आंगनबाड़ी केंद्र, पंचायत भवन, सामुदायिक केंद्र, 13 दुकान, 08 होटल, 03 रेस्टोरेंट सहित सहस्रधारा-कार्लीगाड मोटर मार्ग भूस्खलन के कारण 09 से अधिक स्थानों पर क्षतिग्रस्त हुआ है। रा.पूर्व.मा.वि. चामासारी में बनाए गए राहत शिविर में कुछ प्रभावित लोगों को ठहराया गया है। जिला आपदा परिचालन केंद्र से मिली जानकारी के अनुसार देहरादून में अतिवृष्टि के कारण 13 व्यक्तियों की मृत्यु, 3 व्यक्ति घायल और 16 व्यक्ति लापता हुए है। वहीं सरकारी एवं निजी परिसंपत्तियों का भारी नुकसान हुआ है। देहरादून जनपद के सभी विकासखंड में 13 पुल, 10 पुलिया, 02 मकान, 31 दीवार, 02 अमृत सरोवर, 12 खेत, 12 नहर, 21 सड़के, 7 पेयजल योजना, 08 हॉज, 24 पुस्ता आदि परिसंपत्तियों का भारी नुकसान हुआ है।मालदेवता क्षेत्र में नदी के उफान से सड़क, पुश्ते और पुल बह गए, जबकि रिस्पना और बिंदाल नदी का जलस्तर बढ़ने से कई कालोनियां जलमग्न हो गईं। घरों में मलबा घुस गया। कई दुकानें और होटल भी बह गए। देहरादून-पांवटा राष्ट्रीय राजमार्ग पर प्रेमनगर नंदा की चौकी के पास पुल बह जाने से आवाजाही पूरी तरह ठप हो गई। मसूरी-देहरादून मार्ग भी जगह-जगह भूस्खलन से बंद हो गया है। विकासनगर के आसन नदी में ट्रैक्टर ट्राली के बहने से 13 लोग लापता हो गए, जिनमें से 5 शव बरामद हो गए हैं।  कालसी चकराता मोटर मार्ग पर जज रेट पहाड़ी से पत्थर गिरने से स्कूटी सवार पंजाब के रहने वाले युवक की मौत हो गई। वहीं, मसूरी के झड़ीपानी से राजपुर को जाने वाले पुराने पैदल मार्ग के पास भूस्खलन में दो लोग दब गए। इनमें एक की मौके पर ही मौत हो गई। मलबा भरने के कारण देवभूमि कालेज में छात्र-छात्राओं को बाहर निकल गया है।देहरादून में टपकेश्वर महादेव मंदिर में पानी भरने से रेलिंग और पानी की टंकी बह गई।मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आपदाग्रस्त क्षेत्रों का दौरा कर राहत और बचाव कार्यों का जायजा लिया। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मुख्यमंत्री से अतिवृष्टि से उत्पन्न स्थिति की विस्तृत जानकारी ली। उन्होंने प्रदेश को हर संभव सहयोग का आश्वासन दिया है। मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि प्रदेश सरकार हर प्रभावित परिवार के साथ खड़ी है। प्रशासन पहले से ही अलर्ट मोड पर है और एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, पुलिस व स्थानीय प्रशासन लगातार सक्रिय हैं।  जिलाधिकार सविन बंसल ने देहरादून शहर के मालदेवता, सहस्रधारा, मजयाडा, कार्लीगाड आदि आपदा प्रभावित क्षेत्रों में ग्राउंड जीरो पर पहुंच कर मौजूदा स्थिति और क्षति का स्थलीय निरीक्षण किया।

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