लॉकडाऊन को सख्ती से लागू करने के दिये निर्देश
देहरादून। मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने प्रशासनिक अधिकारियों को लॉकडाऊन को सख्ती से लागू करने के निर्देश दिये हैं। उन्होंने प्रदेशवासियों से भी आग्रह किया है कि “कोरोना वायरस संक्रमण“ के बचाव के लिए राज्य में 31 मार्च 2020 तक लॉकडाउन किया गया है। आपका सुखद स्वास्थ्य हमारी प्राथमिकता है। आपको अवगत करवा दें कि आवश्यक सेवाएं उपलब्ध रहेंगी। अतः आप इस अवधि तक अपना-अपना सहयोग दें। कृपया इस अवधि में अपने घर पर ही बनें रहें।कोरोना वायरस हमारे लिए एक नई चुनौती लेकर आया है। इस चुनौती से निपटने लिए सरकार पूरी तरह से तैयार है। बिजली, पानी, हेल्थ, सेनिटेशन, परिवहन जैसी आवश्यक सुविधाएं पहले की ही तरह उपलब्ध हैं। खाद्यान्न, तेल सब्जियाँ, फल, पेट्रोल, डीजल आदि रोजमर्रा की जरूरतों की सप्लाई में भी किसी तरह की कमी नहीं है। आगे भी सभी आवश्यक वस्तुओं और सेवाओं की आसानी से उपलब्धता सुनिश्चित की जाएंगी। हमारे लिए आप सभी का सहयोग बहुत जरूरी है। सरकार द्वारा जारी दिशा निर्देशों का पालन करें। अफवाहों पर ध्यान न दें और केवल सरकारी प्रामाणिक सूचनाओं पर विश्वास रखें। कृपया लॉकडाऊन के दौरान बाहर बिल्कुल न निकलें।
लॉक डाउनः पुलिस-प्रशासन की टीम मुस्तैद
प्रदेश में 31 मार्च तक के लॉकडाउन की घोषणा के बाद प्रदेश की राजधानी, देहरादून में लॉक डाउन का असर साफतौर से देखने को मिल रहा है । देहरादून पुलिस व जिला प्रशासन की मुस्तैदी वजह से लॉकडाउन सफल साबित हो रहा है। देहरादून एसएसपी डीआईजी अरुण मोहन जोशी पुलिस फोर्स के साथ शहर के विभिन्न चैराहों, मोहल्लों व गलियों में घूम घूम कर लोगों को जागरूक कर रहे हैं। एसएसपी डीआईजी जोशी ने लोगों से आह्वान किया है कि वह अपने घरों में रही रहें और जरूरत पड़ने पर ही अपने घरों से बाहर निकलें।
कहा कि पुलिस जनता के साथ है और उनकी हरसंभव मदद करने के लिए चैबीसों घंटे तैयार है। देहरादून एसएसपी डीआईजी अरुण मोहन जोशी ने बताया कि शहरवासियों की मदद के लिए पुलिस ने आपात व थाने के नंबर भी जारी किए हैं। कुछ जगह गलियों में कुछ देर के लिए दुकानें खुलीं जो बाद में बंद कर दी गईं।
सख्ती के बाद माने
कोरोना को रोकने के लिए राज्य में 31 मार्च तक पूरे राज्य को लाक डाउन रने के शासन के निर्देश के बावजूद सोमवार को नियम कानून को ताक पर रख कर सड़कों पर निकल गए, कई लोगों ने अपने प्रतिष्ठान खोल दिए जिसके चलते पुलिस को लोगों को कानून का पालन करने की हिदायद देने में मुश्किलों का सामना करना पड़ा। कई स्थानों पर एक तो चोरी उपर से सिना जोरी कहावत को चरितार्थ करते हुए दिखाई दिए। लाक डाउन में आवश्यक सेवा को बाहर रखा गया था, लेकिन कई लोग इसकी आड़ में नियम कानून को ताक में रख कर घरों से बाहर निकल गए। हर चैराह में पुलिस मुस्तैद थी और हर वाहन की चेकिंग कर रही थी, जिसके चलते सड़कों पर वाहनों की लम्बी कतारें लग गई। पुलिस ने इस दौरान उन्ही लोगों को आगे बढ़ने दिया जो लाक डाउन में आने जाने की छूट दी गई थी और जो लोग बेवजह सड़कों पर थे पुलिस ने उन्हें वापस लौटा दिया कई लोग पुलिस से उलझने लगे । डीआईजी जोशी और एसपी सिटी श्वेता चौबे लोगों को कानून और नियमों का पालन करवाने के लिए स्वयं सड़कों पर उतरें। इसके बाद पुलिस ने उलझने व घरों बेवजह घरों से निकलने वालों पर सख्ती दिखानी शुरु कर दी और वाहनों के चालान करने की कार्रवाई की। पुलिस के सख्ती के बाद लोग माने।
सड़कों पर पसरा सन्नाटा, आवश्यक सेवाओं को छोड़ सभी दुकानें बंद
प्रदेश में 31 मार्च तक के लॉकडाउन की घोषणा के बाद प्रदेश की राजधानी, देहरादून सहित अन्य शहरों में भी लॉक डाउन का असर देखने को मिला। अधिकांश लोग अपने ही घरों में रहे जबकि कुछ एक लोग ही घरों से बाहन निकलकर अपने काम निपटाए। लोगों ने राशन सहित घर के लिए जरूरी सामान की खरीदारी की। हालांकि, सार्वजनिक वाहन पूरी तरह से बंद रहे। सड़कों पर दूर-दूर तक सन्नाटा पसरा रहा। दुकानें बंद हैं। कोरोना के बचाव के लिए लोगों ने अपने आप को घरों में कैद कर लिया है। कुछ जगह गलियों में कुछ देर के लिए दुकानें खुलीं जो बाद में बंद कर दी गईं। दूसरी तरफ नगर निगम के हजारों कर्मचारी शहर को विसंक्रमित करने में जुटे थे।
मंड़ी पर उमड़ी भीड़
प्रदेश में 31 मार्च तक के लॉकडाउन की घोषणा के बाद प्रदेश की राजधानी, देहरादून में असर दिखने लगा है। शहरवासियों ने सुबह-सुबह मंड़ी पहुंचकर सब्जियां खरीदीं । लोगों ने जरूरी सामान भी खरीदा। सोमवार सुबह से ही लोगों की भीड़ मंड़ियों में नजर आने लगी थी। शहरवासियों ने रोज की जरूरी चीजें जमकर खरीदीं। राजधानी में दोपहर तक शहर गली मोहल्लों में कुछ दुकानें खुली नजर आई। लोगों ने राशन सहित घर के लिए जरूरी सामान की खरीदारी की। हालांकि, सार्वजनिक वाहन पूरी तरह से बंद रहे।
सब्जी वालों ने जेबों पर डाका डालना शुरु किया
लाक डाउन होते ही सब्जी वालों ने आमजनता की जेबों पर डाका डालना शुरु कर दिया है। लाक डाउन के पहले ही दिन सब्जी वालों ने लोगों से मनमाने दाम वसूलने शुरु कर दिए हैं। देहरादून में हर कोई अपने रेट पर सब्जियां बेच रहा है, लेकिन इस ओर प्रशासन का ध्यान नहीं जा रहा है। 80 रुपये बिकने वाला अदरक 240 रुपये तो लहसुन 200 रुपये किलों बिक रहा है। लाक डाउन होने के बाद कुछ ठेलियां ही सड़कों पर दिख रही है और यह ग्राहकों को मनमाने रेट पर सब्जियां बेच रहे हैं।
राजपुर रोड पर पर ठेली वाले टमाटर 80 रुपये किलो टमाटर 30, प्याज 30, लौकी 40, भिंडी 80, आलू 30, गोभी,40, लहसुन 200 रुपये किलो, अदरक 240 किलांे के भाव से बेच रहे है। जबकि मोती बाजार में गोभी,20, प्याज 30,35, टमाटर,20,25, लौकी 30, मटर 60, भिंड़ी 60, लहसुन 40 रुपये पाव, बैंगन 30 आलू 25, फ्रेंचबीन 40 रुपये किलो मंे बिक रहा है। वहीं लालपुर सब्जी मंडी सब्जी वाले ग्राहको की जेब ढिली कर रहे हैं। यहां से निरंजनपुर सब्जी मंडी नजदीक होने के बावजूद लालपुर में सब्जी के भाव आसमान पर है जो समझ से परे है। यहां मटर 80, आलू, 30, टमाटर 30, गोभी 40, हरा प्याज 80, प्याज 40, लौकी 40 के भाव से बेचा जा रहा है।