कोरोना को हराने के लिए सोशल डिस्टेन्स जरूरी
चीन के बुहाना शहर से शुरू हुआ कोरोना वायरस का संक्रमण लगातार पूरी दुनिया में फैल रहा है, और लोग इस वायरस से बचने के लिए उपाय खोज रहे है, विज्ञान भी इसकी काट ओ रोकथाम के लिए दवा इजाद करने में लगातार दिनरात प्रयास कर रहा है। लेकिन उनको अभी सफलता नही मिली है, लेकिन जल्द ही इसकी अचूक दवा की खोज हो जाएगी। यह वायरस चीन की दहलीज को लांघ कर 18 देशों को छोड़ कर अपने आगोस में ले चुका है। एक रिपोर्ट के अनुसार शुक्रवार को दुनिया भर में कोरोना वायरस से पीड़ितों की संख्या लगभग 11 लाख के करीब पहुंच गई है और दुनिया भर में अब तक
इस बीमारी के चपेट में आकर पचास हजार से अधिक लोग अपनी जान गंवा चुके हैं,लेकिन हैरानी की बात यह है कि यह महामारी कुछ देश में फटकी भी नहीं और बिल्कुल सेफ है। बीबीसी की एक रिपोर्ट के मुताबिक संयुक्त राष्ट्र संघ के 193 सदस्य देशों में से 18 देश अभी तक कोरोना वायरस के प्रकोप से बचे हुए हैं। कोमोरोस, किरिबाती, लेसोथो, मार्शल आइलैंड, माइक्रोनेशिया, नाउरू, उत्तर कोरिया, पलाऊ, समोआ, साओ टोमे और प्रिंसिपे, सोलोमन आइलैंड, दक्षिण सूडान, तजाकिस्तान, टोंगा, तुर्कमेनिस्तान, तुवालु, वानुअतु और यमन में कोरोना का कोई भय नही हैं। उत्तर कोरिया एक ऐसा देश है, जहां अन्य देशों के नागरिकों की आवाजाही पर काफी पहले से प्रतिबंध लगा हुआ है। मध्यपूर्व का देश यमन काफी समय से गृहयुद्ध की मार झेल रहा है जिस वजह से वह भी दुनिया से अलग-थलग ही है। और अन्य देश बहुत छोटे हैं और अधिकांश इन देशों में लोगों की आवाजाही बेहद कम है।
