प्रवासियों को मिलेगी सस्ता गल्ले की दुकानें
पौड़ी । कोरोना संकट में जिले में विभिन्न जगहों से वापस आए प्रवासियों के लिए एक और पहल की जा रही है। अब ऐसे प्रवासियों को सरकारी सस्ते गल्ले की दुकानों के संचालन के लिए आगे आने के लिए कहा गया है। डीएम पौड़ी धीराज सिंह गब्र्याल ने इस संबंध में जिले के सभी खंड विकास अधिकारियों और जिला पंचायत राज अधिकारी को पत्र भेजे हैं। पौड़ी जिले में इससे पूर्व ही प्रवासियों को स्वरोजगार से जोड़ने के लिए कंट्रोल रूप स्थापित किया गया है। जहां प्रवासी फोन कर अपनी इच्छा भी जता रहे हैं। जिसमें पशुपालन से लेकर पर्यटन और खेती-बाड़ी को लेकर इच्छा जताई जा रही है। इस दिशा में भी काम किया जा रहा है। अब सस्ता गल्ला दुकानों के संचालन को लेकर कदम उठाया जा रहा है। हालांकि यह काम उन्हीं स्थानों प्रवासियों को मिल सकेगा जहां विभिन्न कारणों से वर्तमान में दुकानों का संचालन नहीं हो पा रहा है। 1174 न्याय पंचायत वाले पौड़ी जिले में अभी पूर्ति महकमे की 927 दुकानें संचालित होती हैं। इसमें से भी 116 दुकानें नगरीय क्षेत्रों में हैं। तीन सौ से अधिक दुकानें ग्रामीण क्षेत्रों में ऐसी रह गई है जो आस-पास की गल्ला दुकानों से अटैच चल रही है। ऐसे में डीएम ने उन न्याय पंचायतों से रिपोर्ट देने को कहा है जिसमें गल्ले की दुकानें संचालित नहीं होती है। कहा है कि यदि न्याय पंचायत में कोई प्रवासी दुकान के संचालन में रुचि लेता है तो उसे फौरी तौर पर रोजगार के संचालन के लिए सस्ता गल्ला विक्रेता की दुकान दी जा सकती है। इसके साथ ही प्रवासियों के लिए रसद की आपूर्ति को लेकर भी खाका खींचा जा रहा है। कहा गया है कि यदि किसी प्रवासी के पास किसी भी तरह का राशन कार्ड नहीं है तो राज्य खाद्य योजना के तहत ऐसे प्रवासियों के कार्ड बनाए जा सकेंगे। यदि उनके पास अन्य किसी भी प्रदेश का कार्ड है तो उसे भी ऑनलाइन कर रसद दी जा सकेगी। बीडीओ और डीपीआरओ को ये सारा डाटा जुटाते हुए रिपोर्ट डीएम ने मांगी है। पौड़ी के डीएसओ केएस कोहली ने बताया है कि सभी न्याय पंचायतों में गल्ला विक्रेताओं की दुकानें नहीं हैं। जो दुकाने अटैच चल रही हैं यदि वहां कोई प्रवासी दुकान संचालन का इच्छघ्ुक मिलता है तो ऐसे जगहों पर उन्हें ये दुकानें दी जा सकती है। जिले में 927 दुकाने वर्तमान में संचालित हो रही है। ग्रामीण क्षेत्रों में तीन सौ से अधिक दुकाने अन्य आस-पास की दुकानों से अटैच की गई है।