बस हादसे में 32 लोगों की मरने की पुष्टि
जनमंच टुडे। देहरादून। पौड़ी। के बीरोंखाल प्रखंड के सिमडी में हुए बस हादसे का रेस्क्यू कार्य पूरा हो गया है। आपदा प्रबंधन के अनुसार हादसे में 32 बरातियों की मौत हुई है, जबकि 18 घायल हुए हैं, जिनका अस्पताल में इलाज चल रहा है। कठिन परिस्थितियों के चलते एसडीआरएफ, एनडीआरएफ, पुलिस को घायलों और मृतकों को गहरी खाई से सड़क तक पहुंचाने में काफी जद्दोजहद करनी पड़ी। पूरी रात आवर बुधवार देर शाम तक रेस्क्यू चलाया गया। डीएम, एसएसपी पौड़ी रात से ही घटना स्थल पर डेरा डाले रहे और अभियान चलाते रहे। मुख्यमंत्री, पूर्व मुख्यमंत्री निशंक भी मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों, पीड़ित परिवारों से मिले। मुख्यमंत्री ने हर सम्भव मदद का भरोसा दिया। उसके बाद वह कोटद्वार हॉस्पिटल पहुंचे और घायलों से मिले। हरिद्वार की विधायक अनुपमा रावत भी हादसे की सूचना पर उसी रात घटनास्थल पर पहुँची और पीड़ित परिजनों को ढांढ़स बंधाया। कार चालक के अनुसार सांप के सड़क पर उसने कार को रोक दिया, लेकिन पीछे से आ रही बस ने तेज़ी से कार को ओवरटेक किया और आगे निकल गया और बस खाई में जा गिरी। कुछ चश्मदीद के अनुसार पट्टा टूटने से हादसा हुआ। डीएम ने थलीसैंण के एसडीएम को घटना के जांच कर आख्या देने को कहा है। हादसा किस कारण हुआ यह रिपोर्ट आने के बाद ही पता चल पाएगा। बरात अपने मंजिल से 600 मीटर की दूरी पर थी कि हादसा हो गया और पलक झपकते ही खुशियों का माहौल गम में बदल गया। रातभर लोग अपनों की कुशलता की जानकारी के लिए सड़क पर जमे रहे। वही हादसे के बाद दूल्हा को जैसे सांप सूंघ गया , खुशियों पर अचानक ग्रहण लगने से वह सदमे में आ गया और हादसे के बाद दहाड़े मारकर रोता रहा। वह पूरी रात सड़क पर बैठकर अपनों की कुशलक्षेम पूछता रहा और अपनों को खोने में आंसू बहाता रहा। अब उसने शादी से इनकार कर दिया। हादसे के बाद दूल्हे के इनकार से हाथों में मेंहदी लगाई बैठी दुल्हन के अरमान भी टूट गए। अपनों को खोकर सदमे में आए दूल्हा अपने घर लालढांग पहुंच गया है उसने शादी करने से साफ इंकार कर दिया है।