हल्द्वानी की मलिन बस्तियों के लिए अध्यादेश लाये सरकार : प्रीतम
जनमंच टुडे। देहरादून। पूर्व नेता प्रतिपक्ष एवं चकराता के विधायक प्रीतम सिंह के नेतृत्व में कांग्रेस के एक शिष्टमंडल ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से मुलाकात कर हल्द्वानी की मलिन बस्तियों के लिए भी देहरादून की मलिन बस्तियों की भांति अध्यादेश जारी करने की मांग को लेकर ज्ञापन सौंपा। प्रीतम सिंह ने मुख्यमंत्री का ध्यान उच्च न्यायालय नैनीताल द्वारा हल्द्वानी की मलिन बस्तियों को हटाये जाने सम्बन्धी आदेश की ओर आकर्षित कराते हुए कहा कि राज्य सरकार, जिला प्रशासन एवं नगर निगम प्रशासन की कमजोर पैरवी के चलते हल्द्वानी की नजूल भूमि पर वर्षो से बसी मलिन बस्तीवासियों के सामने बेघर होने की स्थिति उत्पन्न हो गई है। पूर्व नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि कई वर्षों पूर्व रेलवे ने न्यायालय में हलफनामा दायर करते हुए अतिक्रमित भूमि में से कुल 29 एकड़ भूमि रेलवे विभाग की बताई थी, जबकि बेदखली की कार्रवाई 78 एकड़ भूमि में की जा रही है। प्रीतम सिंह ने कहा कि हल्द्वानी की ढोलक बस्ती, चिराग अली शाह बस्ती, इंदिरानगर पूर्वी, इन्दिरा नगर पश्चिम बस्ती, इन्दिरानगर पश्चिम बी बस्ती में लगभग 50 वर्षों से लोग निवास कर रहे हैं और इन स्थानों पर सामुदायिक भवन, शिक्षण संस्थान, धार्मिक स्थल, अस्पताल बनाये गए हैं, साथ ही इन बस्तियों में सभी बुनियादी सुविधायें उपलब्ध कराई गई है, ऐसे में इन बस्तियों को उजाड़ा जाना जनहित में तर्कसंगत प्रतीत नहीं होता है। प्रीतम सिंह ने कहा कि इससे पूर्व देहरादून की मलिन बस्तियों के सम्बन्ध में उच्च न्यायालय एवं सर्वोच्च न्यायालय के निर्देशों की बावजूद तत्कालीन राज्य सरकार की दृढ इच्छाशक्ति के चलते जनहित को देखते हुए अध्यादेश के माध्यम से देहरादून की विभिन्न मलिन बस्तियों को उजड़ने से बचाया गया था। उन्होंने मुख्यमंत्री से मांग की कि देहरादून की भांति हल्द्वानी की मलिन बस्तियों को भी अध्यादेश के माध्यम से बचाया जाये। कांग्रेस प्रतिनिधिमण्डल ने मुख्यमंत्री से कहा कि वर्तमान में देशभर में कोरोना महामारी की विभीषिका और सर्दी को देखते हुए हल्द्वानी की मलिन बस्तियों के सम्बन्ध में मानवीय दृष्टिकोण अपनाने की आवश्यकता है। इस मौके पर विधायक विक्रम सिंह नेगी, प्रदेश महामंत्री राजेन्द्र शाह, पूर्व विधायक विजयपाल सजवाण, पूर्व विधायक राजकुमार, प्रदेश सचिव सोमप्रकाश बाल्मीकि आदि शामिल थे।