मनीष खण्डूड़ी ने कांग्रेस को कहा अलविदा
जनमंच टुडे। देहरादून। कांग्रेस के टिकट पर पौड़ी संसदीय क्षेत्र से सांसद का चुनाव लड़ चुके मनीष खण्डूड़ी ने कांग्रेस को अलविदा कह दिया है। लोकसभा चुनाव से ठीक पहले उनके पार्टी छोड़ने से उत्तराखंड कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है। सोशल मीडिया पर जारी पोस्ट में उन्होंने बताया कि मैं भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से तत्काल प्रभाव से त्यागपत्र दे रहा हूं। मेरा यह निर्णय बिना किसी व्यक्तिगत हित अथवा अपेक्षा से लिया गया है।कांग्रेस के गढ़वाल लोकसभा प्रत्याशी रहे मनीष खंडूड़ी पूर्व मुख्यमंत्री व पूर्व गढ़वाल सांसद मेजर जनरल बीसी खंडूड़ी के बेटे हैं। लोकसभा चुनाव से ठीक पहले उनके पार्टी से इस्तीफा देने के पीछे अब कई राजनीतिक मायने निकाले जा रहे हैं। राजनीतिक पंडितों के अनुसार इस बार पौड़ी सीट से गणेश गोदियाल , सुरेंद्र सिंह नेगी, कर्नल रामरतन नेगी के साथ ही कांग्रेस के कई दिग्गजों के नाम की चर्चा के बीच मनीष का नाम नदारद होने से माना जा रहा है कि उन्होंने पार्टी को अलविदा कहा है। खण्डूड़ी की जिस तरह अचानक कांग्रेस में एंट्री हुई थी, उसी तरह से उन्होंने अचानक कांग्रेस पार्टी को छोड़ दिया है। उन्होंने साल 2019 के चुनाव में कांग्रेस के टिकट पर पौड़ी लोकसभा चुनाव लड़ा था, लेकिन तीरथ सिंह रावत से हार का सामना था. विगत 5 सालों से लगातार पौड़ी लोकसभा में अपनी मौजूदगी दर्ज कराते आ रहे हैं. लेकिन अचानक उन्होंने पार्टी की प्राथमिक सदस्य से इस्तीफा देकर कांग्रेस को झटका दे दिया है. लोकसभा चुनाव से ठीक पहले कांग्रेस नेता मनीष खंडूड़ी का पार्टी छोड़ना कई सवाल खड़े कर रहा है.जिसके बाद तमाम अटकलें लगाई जा रही हैं.वहीं कांग्रेस का दामन छोड़ने के बाद मनीष खंडूड़ी के बीजेपी ज्वाइन करने की अटकलें तेज हो गई हैं. कयास लगाए जा रहे हैं कि वो बीजेपी ज्वाइन कर सकते हैं. वहीं मनीष खंडूड़ीO के इस्तीफे के बाद प्रदेश में सियासी पारा और चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया है. लोकसभा चुनाव की रणभेरी बजने से पहले मनीष खंडूड़ी ने पाला क्यों बदला इसको लेकर अभी खुलकर बात सामने नहीं आई है. लेकिन उनके इस्तीफे के बाद प्रदेश में कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है. क्योंकि मनीष खंडूड़ी पौड़ी लोकसभा सीट से कांग्रेस के प्रबल दावेदार मानें जा रहे थे. साथ ही वो इस सीट से दावेदारी भी करते दिखाई दिए थे।