राष्ट्रीय सेमिनार का शुभारंभ

अल्मोड़ा। सोबन सिंह जीना राजकीय मेडिकल कॉलेज अल्मोड़ा में फोरेंसिक टॉक्सिकलॉजी विषय पर दो दिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार का आज शुभारंभ हो गया है। राजकीय मेडिकल कॉलेज अल्मोड़ा द्वारा आयोजित सेमिनार का शुभारंभ जिलाधिकारी आलोक कुमार पांडे , एस एस पी देवेन्द्र पींचा, राजकीय मेडिकल कॉलेज अल्मोड़ा के प्रधानाचार्य डॉ सी पी भैसोड़ा सहित अतिथि चिकित्सा विशेषज्ञों द्वारा संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया गया। सेमिनार “फोरेंसिक मेडिसिन टॉक्सिकोलॉजी”विषय को लेकर आयोजित किया गया है, जिसमें देश भर के कई मेडिकल कॉलेजों के प्रधानाचार्य, विभागाध्यक्ष भाग ले रहे हैं। दो दिवसीय सेमिनार में चिकित्सा विशेषज्ञ चिकित्साविज्ञान के क्षेत्र में वैधानिक चुनौतियों को चर्चा करेंगे, इससे राजकीय मेडिकल कॉलेज में अध्ययन रत छात्र छात्राओं और शोधार्थियों को भविष्य के लिए लाभ मिलेगा। जिलाधिकारी आलोक कुमार पांडे ने चिकित्सा के क्षेत्र में फोरेंसिक टॉक्सिकलॉजी विषय पर राष्ट्रीय सेमिनार के आयोजन के लिए प्रधानाचार्य राजकीय मेडिकल कॉलेज अल्मोड़ा की सराहना की और कहा कि देश भर से चिकित्सा विशेषज्ञ सेमिनार में प्रतिभाग कर रहे हैं,सेमिनार के आयोजन सेअल्मोड़ा और राजकीय मेडिकल कॉलेज अल्मोड़ा को इसका लाभ मिलेगा। डॉ सी पी भैसोड़ा ने कहा किअल्मोड़ा राजकीय मेडिकल द्वारा फॉरेंसिंक मेडिसिन एंड टेक्नोजॉजी विषय पर दो दिवसीय सेमिनार आयोजित किया है, सेमिनार में देश भर के चिकित्सा विशेषज्ञ और कई मेडिकल कॉलेजों के प्रधानाचार्य और विशेषज्ञ आए हैं, दो दिवसीय सेमिनार में फोरेंसिक टॉक्सिकलॉजी पर लीगल चुनौतियों पर चर्चा की जाएगी, उन्होंने कहा कि सेमिनार का उद्देश्य फॉरेंसिक जांच में लीगल चुनौतियों की आमजन और मेडिकल के छात्रों को जानकारी देना है। डॉ दसारी हरीश विभागाध्यक्ष फोरेंसिक मेडिसिन मेडिकल कॉलेज हरियाणा ने कहा कि सेमिनार में फोरेंसिक जांच में आ रही विधिक चुनौतियों पर उनके द्वारा चर्चा की जाएगी। डॉ मुकेश यादव प्रधानाचार्य अंबेडकर मेडिकल कॉलेज उत्तर प्रदेश ने कहा कि अल्मोड़ा मेडिकल कॉलेज के प्रधानाचार्य द्वारा फोरेंसिक मेडिसिन एंड टॉक्सिकलॉजी पर सेमिनार की थीम रखी है, उन्होंने कहा कि फोरेंसिक जांच में कई चिकित्सकों को लीगल चुनौतियों का सामना करना पड़ता है, भारत सरकार द्वारा लागू किए गए तीन नए कानून भारतीय न्याय संहिता 2023 , भारतीय साक्ष्य अधिनियम 2023, भारतीय साक्ष्य संहिता 2023 की जानकारी अभी चिकित्सा क्षेत्र में नहीं है, सेमिनार में फोरेंसिक जांच में लीगल कानूनों पर भी चर्चा होगी।

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