नियम विरुद्ध नहीं की भर्तियां
गोपेश्वर/ ऋषिकेश/देहरादून: 5 मार्च। श्री बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति के अध्यक्ष मोहन प्रसाद थपलियाल ने कहा है कि उनके द्वारा किसी भी कर्मचारी की मंदिर समिति में नियुक्ति नियम विरुद्ध तरीके से बैक डेट में नहीं की गयी है। जो भी कार्य किये गये मंदिर समिति के हित में किये गये कई लोगों को मंदिर समिति में सुधार के कार्य मंजूर नहीं थे। इसलिए ऐसे आरोप भी सामने आ रहे है।
उन्होंने इन आरोपों का खंडन किया है कि उनके द्वारा नियमों को ताक पर रख कर मंदिर समिति में नियुक्तियां की है।
उन्होंने बताया कि केवल दो चालकों से अस्थाई तौर पर कार्य लिया जाने के आदेश हुए थे।
उल्लेखनीय है उत्तराखंड चार धाम देवस्थानम बोर्ड वर्तमान में अस्तित्व में आ चुका है ऐसे में मंदिर समिति किसी भूमिका में नहीं रह गयी है। अत:यह कहना कि पदों की बंदरबांट हो रही है यह बेतुकी बात है।
श्री बदरीनाथ-केदारनथ मंदिर समिति के मीडिया प्रभारी डा.हरीश गौड़ ने जारी प्रेस विज्ञप्ति बताया कि मंदिर समिति अध्यक्ष मोहन प्रसाद थपलियाल के कार्यकाल में श्री बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर मंदिर समिति ने महत्त्वपूर्ण उपलब्धियों हासिल की हैं। यात्रा वर्ष 2019 में श्री बदरीनाथ धाम एवं श्री केदारनाथ धाम यात्रा का सफल संचालन किया गया। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने श्री बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति ने नयी वेबसाईट https://badrinath-kedarnath.gov.in का लोकार्पण किया, वहीं श्री पंच
बदरी में प्रसिद्ध भविष्य बद्री मंदिर सुभाई तपोवन का पुनर्निर्माण कार्य , श्री तुंगनाथ मंदिर, कोठा भवन उखीमठ पुनर्निर्माण कार्य आरंभ, कुबेर मंदिर,बैरासकुंड मंदिरों के जीर्णोंद्धार कार्य हेतु आर्थिक सहायता सहित केदारनाथ धाम में रावल एवं पुजारी निवास, मठ भंडार एवं तोशाखाना, प्रतीक्षालय,पूजा काउंटर, डिस्पेंसरी निर्माण हेतु एनजीटी से स्वीकृति हेतु आवेदन किया,बिरला ग्रुप से निर्माण कार्यो में हेतु केदारनाथ आमंत्रित किया।सेंदुल (घनशाली) में विश्राम गृह का निर्माण,उर्गम स्थित यात्री विश्राम गृह निर्माण,संस्कृत महाविद्यालयों मंडल, विद्यापीठ, एवं वेदवेदांग जोशीमठ में पुस्तकालय की स्थापना, मंदिर समिति के सभी विश्राम गृहों का जीर्णोद्धार,बदरीश चंदन वाटिका हेतु उद्योगपति मुकेश अंबानी के सहयोग से भूमि चयन एवं गरीब-असहाय लोगों एवं मार्ग अवरूद्ध होने पर निशुल्क आवास सुविधा मुहैया करायी है। यहां यह भी ज्ञातब्य है कि संस्कृत महाविद्यालय देवप्रयाग, कमेड़ा, मंडल में नितांत अस्थायी ब्यवस्था पर आगामी शिक्षण सत्र हेतु अध्यापकों को शिक्षण कार्य लिया जाना है, यहां नियुक्ति जैसी कोई बात नहीं है।
मंदिर समिति अध्यक्ष मोहन प्रसाद थपलियाल का यह भी कहना है कि यशस्वी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के ड्रीम प्रोजेक्ट श्री केदारनाथ में ऐतिहासिक कार्य हुए है। प्रदेश के मुख्यमंत्री माननीय त्रिवेंद्र सिंह रावत एवं पर्यटन मंत्री सतपाल जी महाराज के निर्दशन में बने देवस्थानम बोर्ड का तीर्थ यात्रियों की सुविधा हेतु बने उत्तराखंड चार धाम देवस्थानम बोर्ड का समर्थन किया इसलिए भी उनको निशाना बनाया जा रहा है।