रक्तदान से बड़ा कोई दान नहीं : तिवारी

ऊखीमठ। श्री केदारनाथ सनातन संस्कृत महाविद्यालय विद्यापीठ में राष्ट्रीय सेवा योजना के अन्तर्गत एक विशेष स्वैच्छिक रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया! रक्तदान महादान को अपने जीवन का उद्देश्य मानकर संस्कृत महाविद्यालय, राजकीय महाविद्यालय व आयुर्वेदिक फार्मशी के छात्र – छात्राओं के साथ जिला पंचायत उपाध्यक्ष सुमन्त तिवारी सहित 65 लोगों ने रक्तदान किया! शिविर में बतौर मुख्य अतिथि शिरकत करते हुए जिला पंचायत उपाध्यक्ष सुमन्त तिवारी ने कहा कि रक्तदान के बराबर कोई दान नही है, इसलिए सभी को समय – समय पर रक्तदान करना चाहिए जिससे हमारा योगदान समाज व देश के काम आ सके।

 

उन्होंने कहा कि आज के युग में विभिन्न बीमारी से ग्रसित व प्रसव पीड़ा वाली महिलाओं को अधिक रक्तदान की जरूरत होती है! अतिविशिष्ट अथिति महाविद्यालय के प्राचार्य पी एस जगवाण ने कहा कि रक्तदान करने मनुष्य सतकर्म व सदगति को प्राप्त होता है क्योंकि रक्तदान को महादान की संज्ञा दी गयी है! विशिष्ट अतिथि आयुर्वेदिक फार्मर्शी के प्रधानाचार्य हर्षवर्धन बेजवाल ने कहा कि 84 लाख योनियो में मनुष्य योनी को उतम माना गया है इसलिए मनुष्य योनी में आने के लिए देवता भी तरसते है क्योंकि मनुष्य योनी में कर्मो के अनुसार फल की प्राप्ति होती है!

कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए श्री केदारनाथ सनातन संस्कृत महाविद्यालय के प्रधानाचार्य राकेश चन्द्र जमलोकी ने कहा कि रक्तदान करने से मनुष्य पुण्य का भागी बनता है इसलिए मानव को समय – समय पर रक्तदान करना चाहिए! रक्तदान शिविर में जिला पंचायत उपाध्यक्ष सुमन्त तिवारी द्वारा रक्तदान करने वाले छात्र – छात्राओं को फल, जूस वितरित किया गया तथा प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया! इस मौके पर वासुदेव सेमवाल, आशीष राणा, राकेश रावत, देवराज सिंह रावत, उर्मिला डबराल, सुधा जसोला, रीता सेमवाल सहित तीनों विद्यालयों के अध्यापक, पांच दर्जन से अधिक छात्र – छात्रायें, अधिकारी व कर्मचारी मौजूद थे!

लक्ष्मण सिंह नेगी, वरिष्ठ पत्रकार।

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