जेलों में जगह कम, कैदी अधिक
देहरादून। उत्तराखंड की जेलों मेें उनकी क्षमता सेे डेेढ़ गुुना सेे अधिक कैैदी बंद है, इन बंद कैैदियों मेें 61 प्र्रतिशत कैैदी विचाराधीन कैैदी है, केवल 39 प्र्रतिशत ही सिद्धदोेष कैैदी हैै। हल्द्वानी जेेल मेें क्षमता सेे 241 फीसदी अधिक कैैदी बंद है। यह खुुलासा सूूचना अधिकार के अन्तर्गत सूूचना अधिकार कार्यकर्ता नदीम उद्दीन को कारागार मुख्यालय द्वारा उपलब्ध करायी गयी सूूचना सेे हुुआ। कोरोना के बचाव हेतु सुप्रीम कोर्ट के कैदियों को रिहा करने के आदेश के पालन में उत्तराखंड में बड़ी संख्या में कैदी रिहा करने होंगे।
काशीपुुर निवासी सूचना अधिकार कार्यकर्ता नदीम उद्दीन नेे मुुख्यालय, महानिरीक्षक कारागार, उत्तराखंड सेे उत्तराखंड की जेेलों की क्षमता तथा उसमंेे बंद कैैदियों के सम्बन्ध में सूूचना मांगी। इसके उत्तर में कारागार मुुख्यालय के लोेक सूूचना अधिकारी/वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी सी0एस0जोेशी नेे अपनेे पत्रांक 8129 दिनांक 05 मार्च 2020 सेे कारागारोें मेें क्षमता केे सापेक्ष कुल निरूद्ध बन्दियों की संख्या की सूूचना उपलब्ध करायी हैै।
श्री नदीम कोे उपलब्ध सूूचना के अनुुसार उत्तराखंड मेें स्थित कुुल 11 जेेलोें की क्षमता 3540 कैैदियों की हैै जबकि उसमें सूूचना उपलब्ध करानेे की तिथि को 5748 कैैदी बंद है। जिसमें 2259 सिद्धदोेष (सजायाफ्ता) तथा 3489 विचाराधीन कैैदी है। कुल कैैदियों मेें 61 प्र्रतिशत कैैदी विचाराधीन हैै, केेवल 39 प्र्रतिशत ही न्यायालय सेे सजा पायेे कैैदी हैै।
श्री नदीम कोे उपलब्ध सूूचना के अनुुसार क्षमता सेे सर्वाधिक कैदी हल्द्वानी जेेल में बंद है। हल्द्वानी जेेल की क्षमता केवल 382 कैदियोें की हैै जबकि वहां 1304 कैैदी बंद हैं जो क्षमता का 341 प्र्रतिशत है, दूसरे स्थान पर क्षमता के 227 प्र्रतिशत 232 कैैदी अल्मोड़ा जेेल में बंद है जबकि क्षमता 102 कैैदियों की है। तीसरेे स्थान पर क्षमता केे 225 प्र्रतिशत 1305 कैैदी देहरादून जेेल में बंद हैै। जबकि क्षमता केेवल 580 कैदियों की है। इसके अतिरिक्त हरिद्वार जेेल में क्षमता के 157 प्र्रतिशत 1320 कैैदी, रूड़की जेेल मेें 202 प्र्रतिशत 492 कैदी, नैनीताल मेें 203 प्र्रतिशत 144 कैैैदी बंद है। टिहरी जेेल में 112 प्र्रतिशत 168 कैदी, पौड़ी मेेें 104 प्र्रतिशत 156 कैैदी बंद है।
उत्तराखंड मेें 3 जेेलेे ऐेसी भी है जिसमेें उनकी क्षमता सेे कम कैैदी बंद है। क्षमता सेे सबसेे कम कैदी सम्पूर्णनन्द शिविर सितारगंज में बंद हैै। इस जेेल की क्षमता 300 कैैदियों की हैै जबकि क्षमता के केेवल 15 प्र्रतिशत 45 कैैदी ही बंद है, दूसरेे स्थान पर चमोेली जेेल मेें क्षमता के 54 प्र्रतिशत 91 कैैदी तथा तीसरे स्थान पर केन्द्र्रीय कारागार सितारगंज मेें 89 प्र्रतिशत 491 कैैदी बंद हैै। श्री नदीम कोे उपलब्ध सूचना के अनुुसार उत्तराखंड की जेेलों मेें कुुल कैैदियों मंेे 61 प्र्रतिशत विचाराधीन कैैदी है जिन्हेें सजा नहीं हुुई, बल्कि उन पर मुकदमें चल रहेे हैं। कुुल 3489 विचाराधीन कैदियों में 801 देेहरादून, 526 हरिद्वार, 122 नैनीताल, 96 अल्मोड़ा, 50 चमोेली, 83 पौड़ी, 113 टिहरी, 468 रूड़की, 1158 हल्द्वानी, 72 केन्द्र्रीय कारागार सितारगंज में बंद हैै औैर अपनेेे मुुकदमोें के फैसलों का इंतजार कर रहेे हंैै। सम्पूूर्णनन्द शिविर सितारगंज मेें सभी 45 सजा याफ्ता कैदी बंद हैै इसमेें कोई विचाराधीन कैैदी बंद नहीं है। श्री नदीम कोे उपलब्ध सूचना के अनुुसार उत्तराखंड की 11 जेेलोें मेें कुुल 2259 सिद्धदोेष (सजा याफ्ता) कैैदी बंद है जिसमें 504 देेहरादूून, 794 हरिद्वार, 22 नैनीताल, 136 अल्मोेड़ा, 41 चमोेली, 73 पौैड़ी, 55 टिहरी, 24 रूड़की 146 हल्द्वानी, 419 केेन्द्र्रीय जेेल सितारगंज तथा 45 सम्पूूर्णानंद शिविर (खुुली जेेल) सितारगंज मेेें अपनी सजा काट रहेे हैं।